
ट्रैक पर रेलगाड़ी को रवाना किया गया।
– फोटो : amar ujala
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गोंडा जिले के मोतीगंज-झिलाही रेलखंड के 638 किलोमीटर पर पिकौरा गांव के पास चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन बृहस्पतिवार की दोपहर करीब पौने तीन बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी जिसके कारण गोंडा से गोरखपुर व गोरखपुर से गोंडा तक ट्रेनों का संचालन ठप हो गया था। पूरी रात चले कार्य के बाद करीब 26 घंटे के बाद अप ट्रैक पर मालगाड़ी चलाकर ट्रायल किया गया। दूसरी तरफ डाउन ट्रैक पर युद्धस्तर से कार्य किया जा रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ डिवीजन के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार की शाम पांच बजकर नौ मिनट पर मालगाड़ी रवाना करके ट्रैक का ट्रायल कराया गया है जिसमें सफलता हासिल हुई है। इसके बाद दूसरी मालगाड़ी निकाली गई फिर 7.09 बजे पहली यात्री ट्रेन गोरखधाम एक्सप्रेस को अप ट्रैक से रवाना किया गया।
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उन्होंने बताया कि महाप्रबंधक सौम्या माथुर एवं मंडल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार के संयुक्त नेतृत्व में क्षतिग्रस्त डाउन ट्रैक को बिछाया जा रहा है। जल्द ही डाउन ट्रैक पर भी ट्रेनों का आवागमन बहाल कर दिया जाएगा।
देर रात पहुंचीं रेलवे बोर्ड की चेयरमैन, युद्धस्तर पर शुरू कराया कार्य
मोतीगंज-झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच पिकौरा गांव के पास ट्रेन हादसे के बाद रेलवे बोर्ड की चेयरमैन जया वर्मा सिन्हा बृहस्पतिवार की देर रात करीब 12 बजे घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने पहुंचकर बारीकी से घटनास्थल का निरीक्षण किया। महाप्रबंधक सौम्या माथुर व डीआरएम आदित्य कुमार से हर बिंदु पर जानकारी हासिल की। चेयरमैन ने रेल अफसरों को जल्द से जल्द रेलवे ट्रैक को दुरुस्त करके आवागमन बहाली के निर्देश दिए। पिकौरा के बाद चेयरमैन गोंडा मेडिकल कॉलेज पहुंचीं। उन्होंने भर्ती रेल यात्रियों का कुशलक्षेम जाना। डॉक्टरों से भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी हासिल की।