
सांकेतिक तस्वीर।
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गोरखपुर जिला कोषागार में कार्यरत एक क्लर्क पर उसके ही कार्यालय में कार्यरत महिला स्टॉफ ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि क्लर्क ने गंदे इशारे किए और फब्तियां कसीं, फिर हाथ पकड़ लिया। मना करने पर निलंबित कराने की धमकी दी। 23 जून को मुझे निलंबन का आदेश भी पकड़ा दिया गया।
महिलाकर्मी की शिकायत पर डीएम ने मुख्य कोषाधिकारी को जांच के निर्देश देते हुए पांच सदस्यीय परिवाद समिति का गठन कर दिया है। उधर, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग ने मामले को संज्ञान में लेते हुए डीएम से 31 जुलाई तक जांच कराकर साक्ष्य सहित जांच रिपोर्ट तलब की है।
कोषागार में यह मामला सामने आने पर हड़कंप मचा हुआ है। महिला कर्मचारी ने 24 जून 2023 को डीएम को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। महिला का कहना है कि उसके पति पहले कोषागार में चपरासी के पद पर कार्यरत थे। वर्ष 2007 में उनका निधन हो गया और उनकी जगह मुझे नौकरी मिल गई।
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पिछले एक साल से लिपिक की गलत निगाह मुझ पर थी। जब भी फाइल लेकर उनके पास जाती थी तो गलत इशारे करता था। कार्यालय में जब भी कहीं अकेले में होती थी तो फब्तियां कसता था और अश्लील शब्दों का प्रयोग करके कार्यालय के बाहर अकेले मिलने के लिए भी कहता था। जबरदस्ती और धक्का-मुक्की की कोशिश करता था। कई बार तो हाथ भी पकड़ लिया।