बृहस्पतिवार को शहर का अधिकतम तापमान 25.3 व न्यूनतम तापमान 15.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले बुधवार को अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। बुधवार को दिन में तीखी धूप निकलने के बाद मौसम शुष्क हो गया था। सूरज की किरणें तेज होने से लोग गर्मी महसूस करने लगी थी। हालांकि रात में मौसम सामान्य रहा था।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी सुबह कोहरा व बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। कहीं-कहीं बूंदाबांदी की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिक शफीक सिद्दकी ने बताया कि एक चक्रवाती सिस्टम उत्तर-पश्चिम राजस्थान और आसपास क्षेत्र पर स्थित है और औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। पूर्वी उत्तर में इसका असर दो दिन रहने का अनुमान है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. डीके सिंह ने कहा कि तेजी से बदलता मौसम हमेशा ही बीमारियों का कारण बनता है। बुधवार को दिन में अच्छी धूप थी। रात में तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया। बृहस्पतिवार को बूंदाबांदी हो गई। इतना तेज परिवर्तन बच्चों व बुजुर्गाें के लिए नुकसानदायक होता है। ऐसे मौसम में छोटे बच्चों में निमोनिया के मामले सामने आते हैं। इसलिए बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर रखें। सुबह-शाम विशेष रूप से निगरानी करें।
गोरखपुर शहर की बिगड़ी हवा बुधवार को कुछ सुधरने लगी थी। बृहस्पतिवार सुबह भी एक्यूआई 150 के आसपास रहा, लेकिन दिन में गाड़ियाें की आवाजाही की वजह से एक्यूआई स्तर 179 तक पहुंच गया।
फिजिशियन डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि इस वक्त सभी को अपने स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहने की जरूरत है। अचानक गिरता-चढ़ता पारा शुगर, ब्लड प्रेशर, हड्डी के दर्द समेत कई बीमारियों को बढ़ा देता है। इस मौसम में अस्थना के मरीजों को भी खास सावधानी रखनी होगी, क्योंकि इस वक्त सांस फूलने की समस्या भी आती है। इसलिए गर्म कपड़े पहनें और जो भी दवाइयां लेते हैं, उसे नियमित लेते रहें।