जीएसटी की नई दर 22 सितंबर से लागू हो रही हैं। इसमें सरकार ने 5 और 18 फीसदी ही स्लैब तय किए हैं। इसमें 2500 रुपये तक के जूता और कपड़ा सस्ता हो जाएगा। जूता पर करीब 10 फीसदी और कपड़ाें पर 7 फीसदी दाम कम हो जाएंगे। इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
द आगरा शू फैक्टर्स फेडरेशन के अध्यक्ष विजय सामा ने मैन्युफैक्चरर्स और टेंडर मिलाकर 10 हजार विक्रेता हैं। सालाना टर्नओवर करीब 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। अभी तक 2500 बिक्री मूल्य पर 12 फीसदी जीएसटी लगती थी। इसे घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। कच्चा माल के 34 प्रोडक्ट में से 19 पर भी जीएसटी कम हुई है। इससे 3 फीसदी की कम होगा। इस तरह से 2500 रुपये तक के जूते पर 10 फीसदी दाम कम हो जाएंगे। आगरा रेडीमेड गारमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील जैन ने बताया कि पहले 2500 रुपये कीमती कपड़े खरीदने पर 12 फीसदी जीएसटी लगती थी। पांच फीसदी स्लैब में आने से सीधे 7 फीसदी दाम कम हो जाएंगे। आगरा में 1000 से अधिक रेडीमेड कपड़ा विक्रेता हैं। जीएसटी कम होने से अधिकांश आबादी को सीधा लाभ पहुंचेगा।