इंपायर क्लीनिक में इंजीनियर विनीत दुबे के हेयर ट्रांसप्लांट करने में घोर लापरवाही बरती गई। उन्हें डायबिटीज और हाइपरटेंशन की समस्या थी, लेकिन फिर भी प्रक्रिया अपनाई गई। इसकी वजह से उनके मस्तिष्क में सूजन के साथ संक्रमण हुआ और यही उनकी मौत का कारण बना। यह खुलासा सीएमओ की ओर से गठित समिति की जांच में सामने आया है। समिति के अधिकारियों को इंजीनियर के मृत्यु संबंधी अभिलेख मिल गई हैं। इनमें मस्तिष्क में सूजन और संक्रमण होने की बात लिखी गई है।
डॉ. अनुष्का तिवारी ने हेयर ट्रांसप्लांट करने से पहले जांच में किसी तरह का कोई एहतियात नहीं बरती। ट्रांसप्लांट के बाद उनके सिर में बैक्टीरियल संक्रमण की वजह से भी इंसेफ्लोपैथी होने की आशंका भी जताई जा रही है। विनीत दुबे और मयंक कटियार प्रकरण में गठित जांच कमेटी ने शनिवार को अभिलेख जुटाने शुरू कर दिए।
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इसी क्लिनिक पर हुआ हेयर ट्रांसप्लांट
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विनीत का डेथ सर्टिफिकेट मिला
पुलिस ने जो अभिलेख अभी तक जुटाए हैं, उससे प्रकरण की परतें खुलने लगी हैं। इसमें लापरवाही सामने आ गई है। कमेटी को अभी विनीत का डेथ सर्टिफिकेट मिला है। इसे सर्वोदयनगर स्थित एक अस्पताल से जारी किया गया है। विनीत को 14 मई को इस अस्पताल में भर्ती किया गया था और 15 मई को सुबह पांच बजकर सात मिनट पर उनकी मौत हो गई थी। यह माना जा रहा है कि हेयर ट्रांसप्लांट के बाद सिर में बैक्टीरियल संक्रमण की वजह से भी इंसेफ्लोपैथी हो सकती है।
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डॉ. अनुष्का तिवारी
– फोटो : अमर उजाला
डॉ. अनुष्का तिवारी की तलाश जारी
हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले रसायन से भी प्रतिक्रिया हो सकती है। इससे मस्तिष्क के अंदर सूजन आती है जो मौत का कारण बनती है। प्रकरण में अब बयान के लिए कमेटी को डॉ. अनुष्का तिवारी की तलाश है। कमेटी इलाज के संबंध में उनका बयान लेना चाहती है। डॉ. अनुष्का के न मिलने की स्थिति में उसके परिजनों से संपर्क किया जा रहा है। उनसे जानकारी ली जाएगी।
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विनीत दुबे की फाइल फोटो
– फोटो : संवाद
डॉ. अनुष्का ने कोर्ट में दी अग्रिम जमानत की अर्जी
डॉ. अनुष्का जिस क्लीनिक में ट्रांसप्लांट कर रही थी, उसका पंजीयन उसके पति डॉ. सौरभ के नाम पर है। स्वास्थ्य विभाग ने मानक पूरे न होने पर नवीनीकरण के आवेदन को रद कर दिया। वहीं डॉ. अनुष्का ने अधिवक्ता के जरिए कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दी है।
हेयर ट्रांसप्लांट में सिर्फ एक गड़बड़ी नहीं है। हर स्तर पर घपला किया जा रहा था। विनीत दुबे का हेयर ट्रांसप्लांट तो इंपायर क्लीनिक में किया गया, लेकिन 13 मई को उसे जो ओपीडी परचा दिया गया वह वराही क्लीनिक के नाम का है। परचे पर वराही क्लीनिक हेयर एंड ऐस्थेटिक केयर सेंटर लिखा हुआ है। परचे में 10 दवाओं के नाम लिखे हैं। यह दवाएं 10 दिन खाने के लिए लिखी गई थीं। परचे पर किसी डॉक्टर का नाम नहीं है। इससे यह पता नहीं चल रहा है कि किस डॉक्टर ने दवा लिखी है। यह परचा पुलिस ने जांच कमेटी को दिया है। परचे पर पता केशवपुरम आवास विकास-1 कल्याणपुर लिखा है।