संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Thu, 11 Jul 2024 12:30 AM IST

बिछवां में आश्रम के बाहर तैनात फोर्स।
बिछवां (मैनपुरी)। हाथरस कांड के बाद से ही साकार हरि के अनुयायियों के कई रूप देखने को मिल रहे हैं। कोई कस्बा स्थित आश्रम के बाहर ही माथा टेक रहा है तो कोई जयकारे लगा रहा है। लेकिन साकार हरि कहां हैं। इसके बारे में किसी को कुछ नहीं पता। बुधवार को अनुयायियों ने बैरियर के पास ही डेरा जमा लिया है। वहीं पर भक्ति में लीन नजर आ रहे हैं। पुलिस ने परिसर में प्रवेश पर रोक लगा रखी है।
साकार हरि के सत्संग के दौरान हाथरस में भगदड़ के बीच कई महिलाओं बच्चों की जान चली गई। इतना सब कुछ हो गया लेकिन साकार हरि कहां हैं। इसको लेकर अभी भी राज बरकरार है। कस्बा बिछवां स्थित आश्रम में आने के बाद से ही अनुयायियों के लिए कोई संदेश भी बाहर नहीं आया। बस एक पत्र जारी हुआ था। जिसमें घटना को लेकर दुख प्रकट किया गया था। इसके बाद से साकार हरि कहां हैं। इसको लेकर अनुयायी जहां आश्रम को स्थान बता रहे हैं। वहीं जिले का प्रशासन साफ इंकार कर रहा है।
मंगलवार को अचानक आश्रम पर सत्संग को लेकर अनुयायियों की भीड़ उमड़ी तो पुलिस ने बैरियर लगाकर सख्ती की। अनुयायी जब अंदर प्रवेश नहीं कर सके तो काफी देर तक वहीं पर दंडवत होकर साकार हरि का नाम लेकर जयकारे लगाते रहे। बुधवार को अंधविश्वास और आस्था के बीच अटके कई अनुयायी बैरियर के पास ही डेरा जमा कर बैठ गए। धूप और गर्मी के बीच पुलिस ने उन्हें वहां से जाने के लिए कहा लेकिन कोई असर दिखाई नहीं दिया। साकार हरि का सत्संग करने की बात कहते हुए देर शाम तक वहीं जमे रहे। वहीं पुलिस ने किसी को बैरियर के दूसरी ओर नहीं आने दिया। बुधवार को पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था देखने को मिली।