लखनऊ। इंदिरानगर के पंडित पुरवा में किराये के मकान में रहने वाले गुलाब (40) ने सोमवार रात पत्नी को वीडियो कॉल कर पुराने विवाद में पुलिस का फोन आने की बात कह फंदा लगा लिया। यह देख पत्नी भागकर वहां पहुंची और गुलाब को फंदे से नीचे उतार कर लोहिया संस्थान पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौसेरे भाई विशंभर ने बताया कि गुलाब उनके मकान के नीचे किराये पर रहकर निजी टैक्सी चलाते थे। परिवार में तीसरी पत्नी सुनीता और तीन बच्चे हैं। विशंभर मूल रूप से बहराइच के हरदी इलाके के रहने वाले थे। विशंभर के मुताबिक, पांच माह पहले गुलाब और पड़ोसी के बच्चों में किसी बात पर झगड़ा हो गया था। विवाद में बड़े भी शामिल हो गए। इसके बाद पड़ोसी ने सुनीता, गुलाब और विशंभर के खिलाफ केस दर्ज करा दिया था। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर शांत कराया था।
आरोप है कि पुराने विवाद में सोमवार को इंदिरानगर थाने से गुलाब के पास फोन आया था। उन्हें थाने बुलाया गया था। इससे डरकर गुलाब ने आत्महत्या कर ली। गुलाब ने पड़ोसी से विवाद के बाद तकरोही में किराये का कमरा लिया था। कुछ सामान वहां शिफ्ट हो गया था, जबकि शेष सामान पहुंचाना था। गुलाब पंडित पुरवा स्थित कमरे पर सामान सहेज रहे थे। इसी बीच उनके पास पुलिस का फोन आया था। इसी बात से परेशान होकर गुलाब ने तीसरी पत्नी को वीडियो कॉल करने के बाद फंदा लगा लिया। सुनीता दूसरों के घरों में खाना बनाने गई थीं। मामले में सुनीता ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। गुलाब की पहली पत्नी राधा का 10 साल पहले देहांत हो गया था, जिससे एक बेटा रवि है जो बहराइच में अपने चाचा पंकज के साथ रहता है। वहीं, दूसरी पत्नी नीतू उन्हें छोड़कर चली गई थी, जिससे कोर्ट में केस चल रहा है। चार साल पहले गुलाब ने सुनीता से तीसरी शादी की थी। सुनीता के पहले से तीन बच्चे हैं। गुलाब ने हाल में ही एक टैक्सी खरीदी थी, जिसे वह प्राइवेट में चलाते थे।
थाने से नहीं किया गया फोन
गुलाब का उनकी दूसरी पत्नी नीतू से विवाद था। नीतू ने न्यायालय में वाद दाखिल कर रखा था। इसी संबंध में गुलाब के पास कोई फोन आया होगा। थाने से कोई फोन नहीं किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। -सुनील कुमार, इंस्पेक्टर इंदिरानगर