
आगरा में मुहर्रम की दसवीं तारीख को ऐतिहासिक फूलों का ताजिया इमामबाड़ा पायचौकी से जुलूस के रूप में निकाला गया। इसके उठने के बाद शहर के अन्य इलाकों से ताजिये उठने का सिलसिला शुरू हो गया। जुलूस के रूप में निकाले गए ताजियों को न्यू आगरा कर्बला सहित शहर के अन्य कर्बला में दफनाया गया।