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अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। तयशुदा कार्यक्रम के बजाए सिंचाई एवं जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सोमवार सुबह अचानक पहूज नदी का जायजा लेने जा पहुंचे। उन्होंने अफसरों से पानी की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल पूछे लेकिन अफसर इसका कोई सटीक जवाब नहीं दे सके। जलशक्ति मंत्री ने उनको फटकार लगाते हुए पेयजल के लिहाज से इस नदी की अहमीयत बताते हुए इसकी सफाई सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए। पहूज बांध का जायजा लेते हुए आगामी रबी सीजन में किसानों को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।

अमर उजाला ने पिछले दिनों पहूज नदी की साफ सफाई का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। सोमवार को तयशुदा कार्यक्रम की जगह सिंचाई मंत्री अचानक लाव-लश्कर संग पहूज बांध जा पहुंचे। यहां पहूज नदी के साथ ही बांध का हाल देखा। सिंचाई अफसरों ने बताया कि बांध से निकली पहूज नहर प्रणाली से 3200 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसल की सिंचाई होती है। पांच एमसीएम पानी झांसी शहर को पेयजल के लिए दिया जाता है। मंत्री स्वतंत्र देव ने नदी की सफाई के बारे में पूछा। अफसर कोई सटीक जवाब नहीं दे सके। हालांकि बताया कि नदी को साफ रखने के लिए एसटीपी संचालित किया जा रहा है।

सिंचाई मंत्री ने गुलारा पेयजल योजना के तहत सुल्तानपुरा गांव का निरीक्षण किया। सभी योजनाओं को तयशुदा समय में पूरा करने के निर्देश दिए। कहा, हर खेत को पानी एवं हर घर तक पानी पहुंचाना प्राथमिकता है। जल संयोजन घर के अंदर लगाया जाए। उन्होंने गांव में सार्वजनिक भवन, पंचायत भवन, विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र सहित अन्य भवनों में भी जल संयोजन लगाने के निर्देश दिए। अधिशासी अभियंता रणविजय सिंह ने सभी प्रस्तावित काम तयशुदा समय पर पूरा होने की बात कही।

इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम, विधायक रवि शर्मा, जिलाधिकारी अविनाश कुमार, अधिशासी अभियंता उमेश कुमार, अधिशासी अभियंता अजय भारती समेत अन्य मौजूद रहे। इसके पहले रविवार को सर्किट हाउस पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। जलशक्ति मंत्री ने कार्यकर्ताओं ने मुलाकात करके उनकी समस्याएं भी सुनीं।

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जल सहेलियों को किया सम्मानित

प्रधानमंत्री की ओर से सराही जाने के बाद जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव ने भी जल सहेलियों को सम्मानित किया। उन्होंने जल सहेलियों के बबीना के सिमरावारी में जल संरक्षण के उत्कृष्ट कार्य करने पर उनकी प्रशंसा की। इस दौरान 13 जल सहेलियों को शाल ओढ़ाकर उनका सम्मान किया। उन्होंने लगन के साथ आगे भी कार्य करने को प्रोत्साहित किया।



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