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संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। रेलवे ने थर्ड एसी कोच बढ़ा दिए हैं, लेकिन मध्यम वर्ग के लिए मुफीद स्लीपर कोचों की संख्या आधी कर दी है। ऐसे में ट्रेनों के स्लीपर कोच में कंफर्म टिकट लेकर यात्रा करने वालों के लिए जनरल टिकट पर यात्रा करने वाले मुसीबत बन गए हैं। झांसी मंडल से होकर गुजरने वालीं 50 से अधिक ट्रेनों में क्षमता से ज्यादा यात्री सवार हो रहे हैं। मंगलवार को भी जब यात्रियों ने इसकी शिकायत की तो उल्टा उन्हें ही डपट कर बिठा दिया गया।
झांसी स्टेशन से पूर्वांचल, बिहार, दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, हैदराबाद, गोवा, सिकंदराबाद, यशवंतपुर, पुणे, कोलकाता जैसे शहरों की ओर जाने वालीं 130 ट्रेनें गुजरती हैं। इन ट्रेनों में लगने वाले 24 कोच में सबसे अधिक संख्या थर्ड एसी कोच की है जबकि, तीन साल पहले इन्हीं ट्रेनों में स्लीपर कोच की संख्या 10 तक होती थी। आज यह संख्या पांच या छह तक सिमट गई है। वहीं, इनमें बैठने वाले यात्रियों की संख्या दोगुनी हो गई है। ऐसे में वेटिंग टिकट से लेकर जनरल टिकट पर यात्रा करने वाले अधिकांश लोग आरक्षित कोचों में जबरन सवार हो रहे हैं। मंगलवार को भी ट्रेनों में यही स्थिति रही। हजरत निजामुद्दीन-जबलपुर एक्सप्रेस के स्लीपर कोचों में क्षमता से अधिक यात्री सवार होने की शिकायत यात्रियों ने रेलवे से की तो ग्वालियर में सुरक्षाकर्मी कोच में पहुंचे लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। उल्टा शिकायत करने वाले यात्रियों को ही सुरक्षा बलों ने डपट कर बिठा दिया। इस पूरे मामले का वीडियो बनाकर यात्री ने एक्स पर अपलोड कर दिया। वहीं, इस मामले में झांसी आरपीएफ ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर कहा कि वीडियो में दिखाई दे रहा कर्मी झांसी मंडल का नहीं है।