
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस के लचीले रवैये से आहत ग्रामीण धरने पर बैठ गए। गांव की दो लड़कियों को युवक भगा ले गए हैं। शिकायत के बाद भी पुलिस ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। चार दिन से घरवालों को सिर्फ टरकाया जा रहा है। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर घरवालों ने काफी हंगामा किया। सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की।
मामला बीते शुक्रवार को कागारौल थाना क्षेत्र के एक गांव का है। गांव की दलित समुदाय की नाबालिग लड़की समेत दो लड़कियों को युवक बहला फुसलाकर भगा ले गए। थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार पीड़ित परिजन ने नकदी और जेवरात ले जाने की बात भी कही है।
घटना के बाद घरवालों ने थाने में युवकों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई। पीड़ित परिजन का कहना है कि चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस लड़कियों को नहीं ढूंढ सकी है। आरोप है कि घटना के बाद से वह रोज थाने आ रहे हैं, लेकिन पता लगाने की बात कहकर उन्हें टरका दिया जाता है।
धरने पर बैठे पीड़ित परिवार के लोग
चार दिन बाद भी लड़कियों का पता नहीं लगने पर गुस्साए परिजनों ने पुलिस पर मामले में ढिलाई बरतने का आरोप लगाते हुए मंगलवार सुबह धरने पर बैठ गए। महिलाओं का गुस्सा बढ़ता ही गया। इसके बाद कुछ महिलाएं एकत्रित होकर आगरा जगनेर रोड पर पहुंच गई।
यहां मार्ग पर बैठकर जाम लगाने का प्रयास किया। मामले को लेकर कुछ लोगों ने काफी समझाया बुझाया। इसके बाद वह मार्ग से हटीं। मामले में एसीपी सैंया देवेश कुमार ने बताया है कि पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं। कार्रवाई की जा रही है।
दो दिन पूर्व युवती ने की थी आत्महत्या
जगनेर थाना क्षेत्र में दो दिन पूर्व एक युवती ने आत्महत्या कर ली थी। घटना में करीब पन्द्रह दिन पूर्व गांव के युवक ने उससे छेड़खानी की थी। इसमें पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके मामले में ढिलाई दिखाई। इससे आरोपियों के हौंसले बढ़ गए। पीड़ित परिवार को डराते धमकाते रहे।
आहत होकर युवती ने आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठा लिया। युवती की मौत के बाद जागी पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया। अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया। वहीं मामले में लापरवाही बरतने वाले विवेचक को लाइन हाजिर कर दिया गया।