
हाइड्रोजन जलयान।
– फोटो : अमर उजाला
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देश के पहले हाइड्रोजन जलयान का संचालन मार्कंडेय महादेव कैथी से नमो घाट और चुनार तक किया जाएगा। काशी में पर्यटकों के लिहाज से जलमार्ग का परीक्षण आईडब्ल्यूएआई अधिकारियों की टीम करेगी। जलमार्ग परीक्षण के बाद मंडलायुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति जलयान संचालन के लिए निजी एजेंसी के नाम पर मुहर लगाएगी। पर्यटन विभाग की निगरानी में पीपीपी मॉडल पर जलयान का संचालन होगा।
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रामनगर बंदरगाह पर खड़े हाइड्रोजन जलयान के अंदर लाइट और सजावट आदि का काम होना है। अभी तक गंगा में अलकनंदा क्रूजलाइन कंपनी की ओर से चार क्रूज का संचालन किया जा रहा है। अलकनंदा, विवेकानंद, भागीरथी और मानिक सॉ क्रूज पर्यटकों को काशी के सभी घाटों से रूबरू करा रहे हैं।