
साथ ही यह भी कहा कि जब शौचालय गंदे पड़े हैं तो लघुशंका के लिए कोई व्यक्ति कहां जाएगा। इतना सुनते ही एसडीएम ने इसके लिए अपने को जिम्मेदार मानते हुए पूछ लिया कि तहसील में सबसे बड़ा अधिकारी कौन? मौजूद लोगों ने जवाब में कहा- एसडीएम। इतना कहते ही उन्होंने उठक बैठक लगानी शुरू कर दी। इससे वकीलों समेत अन्य उपस्थित लोग हैरान रह गए। करीब 40 सेकंड के इस घटनाक्रम के बाद तहसील बार अध्यक्ष सुभाष शुक्ला ने उनसे माइक लेकर खेद जताया।
पर्स बेचने वाले से दस… मुंशी से लगवाईं 20 उठक-बैठक
एसडीएम के निशाने पर आए अधिवक्ता के मुंशी विजय कुमार ने बताया कि वह लघुशंका करके वापस आ रहे थे, तभी एसडीएम आ गए। उस वक्त पर्स बेचने एक अन्य व्यक्ति भी वहीं लघुशंका कर रहा था। एसडीएम ने उससे दस और मुंशी से 20 उठक-बैठक लगाने के लिए कहा। उनके साथ मौजूद नायब तहसीलदार जगत मोहन जोशी ने उठक-बैठक नहीं लगाने पर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। इस पर विजय ने 20 उठक-बैठक लगा दीं।
चर्चित रहे हैं एसडीएम रिंकू सिंह
पुवायां में नवागत एसडीएम रिंकू सिंह राही का अब तक का प्रशासनिक कार्यकाल काफी चर्चा वाला रहा है। मुजफ्फरनगर में तैनाती के दौरान समाज कल्याण विभाग की ओर से पेंशन आदि में वितरित 40 करोड़ रुपये में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी थी। हालांकि इस खुलासे के बाद उन पर जानलेवा हमला भी हुआ था। घोटाला उजागर करने पर उनको सात गोलियां मारी गईं थीं। इसके बाद भी वह डिगे नहीं और 2022 में दिव्यांग कोटे से यूपीएससी की परीक्षा पास आईएएस अफसर बने। मसूरी में प्रशिक्षण पूरा होने के बाद वह शाहजहांपुर नियुक्त किए गए, जहां उन्हें पुवायां का एसडीएम बनाया गया।