
सांस की समस्या ?
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उत्तर प्रदेश के आगरा में यदि आपकी उम्र 30 के पार है और सांस लेने-छोड़ने में सीटी बजती है तो ये लक्षण क्रॉनिकल ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) है। प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हुई तो कोरोना होने का भी खतरा है। ऐसे मरीज सर्दी में अधिक ख्याल रखें। वहीं सोमवार से एसएन मेडिकल के टीबी एंड चेस्ट विभाग की ओपीडी में सीओपीडी मरीजों की कोविड जांच शुरू कर दी जाएगी।
कोरोना के नये मरीजों के संख्या बढ़ने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने सावधानी बरतने के आदेश दिए हैं। सर्दी-जुकाम व सांस फूलने वाले मरीजों की आरटी-पीसीआर जांच करने के आदेश हैं। टीबी एंड चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि अगर छह वर्ष से लेकर 30 वर्ष तक की उम्र में सांस लेने-छोड़ने में सीटी (बीजिंग) बजती है, तो आपको अस्थमा है।
यदि आपकी उम्र 30 के पार है तो यही सीटी सीओपीडी के लक्षण है। सीओपीडी प्रदूषण व तंबाकू के सेवन से होता है। सीओपीडी में सांस व फेफड़े की नलिकाओं में सूजन आने लगती है। नलिकाएं संकरी हो जाती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है। पसली चलने (दम फूलना) की शिकायत रहती है। खांसी भी आने लगती है। सांस लेने पर घर्र-घर्र और छोड़ने पर सीटी बजती है। सर्दी में परेशानी बढ़ जाती है।
ऐसे करें बचाव
इन्हेलर जरूर इस्तेमाल करें। कोरोना या कोई भी बीमारी उसके बचाव के लिए मास्क का जरूर इस्तेमाल करें। कपड़े, लकड़ी, टायर जलाकर आग न तापे। तंबाकू का सेवन तुरंत छोड़ दें। परेशानी बढ़ने पर घर पर इलाज करने के बजाय डॉक्टर से इलाज कराएं।