Illegal parking in Deendayal Hospital

दीनदयाल अस्पताल में अवैध दुपहिया पार्किंग
– फोटो : संवाद

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अलीगढ़ के दीनदयाल अस्पताल में पिछले कई महीनों से अवैध पार्किंग चल रही है। अस्पताल में पर्चा भले ही एक रुपये का है लेकिन पार्किंग शुल्क के नाम पर अस्पताल आने वालों से 10 रुपये वसूले जा रहे हैं। खास बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों को इसकी जानकारी है लेकिन कार्रवाई कोई नहीं कर रहा है। पूछने पर हर किसी का एक ही जवाब होता है जांच कराएंगे।

सभी कहते हैं कि दीनदयाल अस्पताल में पार्किंग का कोई ठेका नहीं हुआ है। ठेका हो भी नहीं सकता है। लेकिन यहां हर रोज दोपहिया वाहन स्वामियों से पैसा वसूला जा रहा है। कई बार लोग इसकी शिकायत भी कर चुके हैं लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज भी बेधड़क वसूली की जा रही है। 

पार्किंग के नाम पर सरकारी अस्पताल में जनता के साथ लूट हो रही है। यह गलत है। आर्थिक रूप से कमजोर जनता इलाज कराने आती है, उसे ठगा जा रहा है। इस पर अंकुश लगना चाहिए।-अजय शर्मा, जयगंज

आर्थिक रूप से कमजोर लोग सरकारी अस्पताल में एक रुपये में इलाज की उम्मीद से आते हैं, लेकिन यहां भी उनके साथ धोखा हो रहा है। अवैध पार्किंग के नाम पर लूट बंद होनी चाहिए।-प्रशांत कलंत्री, सासनी गेट 

गरीबों के मुफ्त इलाज की योजना को भी अफसरों की लापरवाही धूमिल कर रही है। सरकारी अस्पताल में मजबूर और गरीब लोग इलाज के लिए आते हैं। पार्किंग के नाम पर वसूली बंद हो।-सुनीता शर्मा, पीपल वाली गली

जिस तरह पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय में अवैध पार्किंग के नाम पर मजबूर और गरीब मरीज और तीमारदारों को ठगा जा रहा है। वह निंदनीय है। पार्किंग में अस्पताल प्रशासन की मिलीभगत है।-इंजी आगा यूनुस, पीसीसी सदस्य, कांग्रेस

अमर उजाला ने जो अवैध पार्किंग का मुद्दा उठाया है, वह सराहनीय है। शहर में ऐसे कई अवैध पार्किंग चल रहे हैं, जहां अवैध वसूली की जा रही है। अस्पताल में अवैध पार्किंग के नाम पर वसूली निंदनीय है। इसकी जांच होनी चाहिए।-मुकेश चंद्रा, जिलाध्यक्ष, बसपा

सरकारी अस्पताल की तरफ से पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए, गरीब मरीजों और तीमारदारों से पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली नहीं होनी चाहिए। एक रुपये में इलाज के लिए पर्चा बनता है, लेकिन पार्किंग में 10 रुपये वसूल जाते हैं, गजब की लूट है।-बिजेंद्र सिंह, पूर्व सांसद

अस्पताल में वाहन पार्किंग अस्पताल के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए है। यहां कर्मचारियों के वाहन पार्किंग में खड़े होते हैं। पार्किंग को किसी बाहरी व्यक्ति को ठेके पर नहीं दिया गया है। अगर फिर भी कोई पार्किंग के नाम पर मरीज या तीमारदार से कोई वसूली करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।-डॉ. एमके माथुर, सीएमएस, पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय



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