आगरा। मेरी बेटी हेमलता ने आत्महत्या नहीं की है। रस्सी से गला घोंटने के बाद उसे फंदे से लटकाकर मारा गया है। पुलिस ने घटना के बाद खींची गई जो फोटो दिखाई है, उससे इस बात की पुष्टि हो रही है। यह कहना है अलीगढ़ में फंदे पर लटकी मिली महिला सिपाही हेमलता के पिता कर्मवीर सिंह का। वह बेटी की माैत से सदमे में हैं।
कागाराैल के गांव बैमन निवासी किसान कर्मवीर सिंह की चार संतानों में सबसे छोटी बेटी हेमलता (28) यूपी पुलिस में 2015 बैच की सिपाही थीं। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद वर्ष 2016 से वह अलीगढ़ में कार्यरत थीं। वर्तमान में उनकी तैनाती रोरावर थाने में आईजीआरएस पटल पर थी। वह जीटी रोड पर बन्ना देवी थाना क्षेत्र की जवाहर नगर कॉलोनी में एक सेवानिवृत्त दरोगा नरेंद्र सिंह के मकान में रहती थीं। उनके साथ ही मकान में महिला निरीक्षक भी रह रही हैं।
हेमलता का कमरा पहली मंजिल पर था। शनिवार को वो चचेरी बहन की शादी में छुट्टी लेकर शामिल होने के लिए अपने गांव आने वाली थीं।
उन्होंने दोपहर करीब 12 बजे पिता कर्मवीर सिंह से फोन पर बात की। बाद में उनके व्हाट्सएप स्टेटस पर आत्महत्या के बारे में लिखा देखकर पुलिसकर्मी उनके घर पहुंचे थे। पुलिस के मुताबिक, घर का दरवाजा अंदर से बंद था। इस पर सिपाही छत पर चढ़े। भूतल पर पहुंचे तो लोहे के जाल पर रस्सी से बने फंदे पर हेमलता लटकी हुई थीं। पुलिस प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का मान रही है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
रविवार तड़के करीब 3 बजे हेमलता का शव गांव लाया गया। इसके बाद सुबह 9 बजे अंतिम संस्कार किया गया। पिता ने मुखाग्नि दी। कर्मवीर सिंह ने कहा कि बेटी कभी आत्महत्या नहीं कर सकती। वह काफी होनहार थी। जिस बेटी ने कभी हार नहीं मानी, वह अपनी जिंदगी कैसे खत्म कर सकती है। उन्होंने कहा कि सोमवार को अलीगढ़ जाकर बेटी की हत्या के मामले में तहरीर देंगे।
