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गैलेंट ग्रुप के ठिकानों पर आयकर विभाग के छापे में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि एक बहुचर्चित राष्ट्रीय खबरिया चैनल को गैलेंट ग्रुप बीते दो साल से स्पांसरशिप के नाम पर करोड़ों रुपये दे रहा था। चैनल के कई बड़े कार्यक्रमों का गैलेंट ग्रुप प्रायोजक था, जबकि उसके दर्शकों की संख्या बाकी चैनलों के मुकाबले काफी कम थी। चैनल के प्रबंध तंत्र और गैलेंट ग्रुप के बीच करोड़ों रुपये के इस लेन-देन का खुलासा होने के बाद आयकर विभाग के अधिकारी भी हैरान हैं। मालूम हो कि इस चैनल का प्रबंध तंत्र छह माह पूर्व बदल चुका है।
वहीं दूसरी ओर जांच में कई नौकरशाहों की काली कमाई गैलेंट ग्रुप में निवेश करने के प्रमाण भी आयकर विभाग को मिले हैं। हालांकि अधिकारी अभी इन नौकरशाहों के नाम का खुलासा नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा नोट के नंबरों के जरिए करोड़ों रुपये हवाला के जरिए खपाने के सुबूत भी आयकर विभाग को मिले हैं। गैलेंट ग्रुप के संचालकों के मोबाइल की छानबीन में इससे संबंधित व्हाट्सएप चैट मिली हैं, जिनमें नोटों के फोटो और भेजी गयी रकम का जिक्र किया गया है। आयकर विभाग ने सभी संचालकों के मोबाइल जब्त कर लिए हैं और इस बारे में गहन पूछताछ कर रहा है।