increased chill due to rain and wind

रायबरेली शहर में शुक्रवार को दोपहर में होती बारिश। -संवाद

नहीं हुए सूरज के दर्शन, सुबह से आसमान में छाए रहे बादल

घरों में दुबके रहे लोग, बारिश के कारण ठंडे पड़ गए अलाव

संवाद न्यूज एजेंसी

रायबरेली। दिनभर मौसम बिगड़ा रहा। सर्द हवाएं चलने और बारिश से ठंड बढ़ गई है। शुक्रवार को सूरज के दर्शन नहीं हुए। आसमान में बदली और धुंध से सूर्यदेव छिपे रहे। 10 मिमी बारिश रिकाॅर्ड की गई। बारिश से गेहूं की फसल को फायदा हुआ, जबकि आलू और सरसों में रोग का खतरा बढ़ गया है। बारिश से अलाव ठंडे नजर आए, जिससे राहगीरों की सर्दी में परेशान होना पड़ा।

शुक्रवार की सुबह आसमान में बादल छाने के बाद बारिश शुरू हो गई। ठंड से बचने के लिए लोग घरों में दुबके रहे। सुबह सड़कों पर सन्नाटा रहा। आमतौर पर 10:00 बजे व्यापारी दुकान खोल देते हैं, लेकिन शुक्रवार को 11:00 बजे के बाद व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले। जनवरी में सर्दी का सितम बढ़ गया है। शीतलहर और गलन से दिन भर लोगों की कंपकंपी छूटती रही। सर्दी अधिक होने के कारण लोगों ने अलाव का सहारा लेने का प्रयास किया, लेकिन बारिश में वह भी ठंडे पड़ गए।

मौसम खराब होने के कारण बाजार में रौनक नहीं रही। बादल छाने के बाद बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। अत्यधिक ठंड के कारण बाहर निकले लोग भी शाम होने से पहले ही घरों में दुबक गए। सर्दी के कारण स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति कम रही। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी फुरसतगंज के मौसम विभाग के अनुसार बारिश 10 मिमी हुई। अधिकतम तापमान 15.6 और न्यूनतम तापमान 12.00 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

गेहूं की फसल को फायदा

कृषि विज्ञान केंद्र दरियापुर के वैज्ञानिक आरके कन्नौजिया का कहना है कि गेहूं की फसल के लिए यह बारिश बहुत फायदेमंद है। हवा चल रही है, लेकिन गेहूं की फसल की लंबाई अभी छोटी है। इसलिए अभी गिरने का डर नहीं है। आलू की फसल में झुलसा रोग का खतरा बढ़ गया है। बारिश होने के कारण नमी बढ़ गई है। इससे पत्तियां पीली पड़ने के कारण सूख सकती हैं। इसलिए किसानों को सतर्क रहना पड़ेगा। सरसों में माहू रोग का खतरा हो सकता है।



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