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संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। शारदीय नवरात्र तीन अक्तूबर से शुरू हो रहा है। इसके लिए मंदिरों और पूजा पंडालों को सजाया जा रहा है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है और धूमधाम से नवरात्र मनाया जाता है लेकिन पूजा पंडालों में इस बार महंगाई का असर पड़ रहा है।
तीन अक्तूबर से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो रहा है। इसमें देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इसके लिए दुर्गा पंडालों में मां दुर्गा की मूर्तियों को विराजमान कर रंग बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है। नवरात्र के लिए गल्ला मंडी मार्ग पर स्थित बाड़े में इन दिनों मूर्तिकार जितेंद्र कुशवाहा दुर्गा मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार छह से 10 फीट की मूर्तियां तैयार की जा रही हैं। इनकी कीमत सात हजार से 40 हजार तक साइज के अनुसार बुकिंग की गई है। उनकी मूर्तियां स्थानीय के अलावा मऊरानीपुर, गरौठा, शिवपुरी, निवाड़ी, बबीना, करैरा, मोठ तक जाती हैं लेकिन इस बार महंगाई का असर इस बार नवरात्र की मूर्तियों पर पड़ा है।
लाल, काली, पीली मिट्टी, बांस, घास, सुतली, पटिया और पेंट के दामों में 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि होने से मूर्तियों की कीमतों में एक से दो हजार रुपए तक की बढ़ोतरी हुई है। पहले जो छह फीट की मूर्ति पांच हजार में आती थी। अब सामान महंगा होने के कारण सात हजार की हो गई हैं। उन्होंने बताया कि महंगाई के कारण अब बुकिंग होने के बाद ही मूर्तियाें को तैयार किया जा रहा है। इन्हें अंतिम रूप दिया जा रहा है।
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बंगाल के कारीगर बना रहे है 150 फीट ऊंचा पंडाल
झांसी। मां मंगला काली विद्यापीठ उत्सव समिति सदर बाजार के तत्वावधान में दुर्गा उत्सव की भव्य तैयारियां की जा रही हैं। बंगाल के कारीगरों की ओर से 150 फीट ऊंचा विशाल एवं आकर्षक पूजा पंडाल तैयार किया जा रहा है। इसमें मां काली विराजमान होगी। यह जानकारी समिति सदस्य आशीष मुखरैया, मनोज विजय, दीपक मौर्य, नीरज महाराज, राम प्रकाश भगत ने दी है। संवाद