
मृतक मासूम की फोटो
– फोटो : amar ujala
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हाय री फूटी किस्मत, लापरवाही न की होती तो मेरी परी जैसी गुड़िया की जान नहीं जाती और गोदी में खेल रही थी। मां रागिनी ऐसे कहकर दहाड़े मारकर रो रही थी। मां की हृदय विदारक चीत्कार सुन मौजूद लोग आंखों को नम होने से नहीं रोक पाए। सोमवार की सुबह दूध लेकर लौट रही रागिनी ने कमरे से धुआं उठता देखा। कमरे के अंदर पहुंचते ही चीत्कार करते हुए बेहोश हो गई।
आसपास के लोग दौड़े और कमरे में जमीन पर 11 माह की मासूम का बुरी तरह जला शव देख सभी के रोंगटे खड़े हो गए। महिलाओं ने रागिनी को होश में लाया। उसके बाद रागिनी ने बेटी की मौत के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराते हुए रोने लगी। कुछ ऐसी ही हालत कोने में फफक रहे पिता सुरजीत पाल का भी था। वह मासूम के शव को निहारते हुए सुबह की उस घड़ी को कोस रहे थे, जब उन्होंने तसले में आग जलाकर रखी थी।