आगरा में युवक की हत्या के बाद बेटे की माैत बताकर फर्जी बीमा दावा पेशकर पिता ने एलआईसी से 72 लाख रुपये का बीमा क्लेम हड़प लिया। इस फर्जीवाड़े में गाजियाबाद में मुकदमा दर्ज किया गया है। बीमा कंपनी के विधिक प्रबंधक ने सिहानी गेट थाने में पिता-पुत्र सहित पांच आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। बीमा कराने वाले के पिता ने बेटे को मृतक बताकर फर्जीवाड़ा किया, जबकि आरोपियों ने एक अर्धविछिप्त युवक की हत्या की थी। आगरा में बीते वर्ष जनवरी में ही हत्याकांड का मुकदमा दर्ज किया गया था।
एसीपी नंदग्राम उपासना पांडेय ने बताया कि सिहानी क्षेत्र स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम के विधिक प्रबंधक के मुताबिक गौतमबुद्धनगर के भट्ठा पारसौल निवासी अनिल सिंह ने वर्ष 2003 से 2006 तक चार बीमा पॉलिसी कराई। बाद में विजयपाल सिंह ने 2006 में बीमा कंपनी को सूचित किया कि उनके बेटे अनिल की आगरा में सड़क हादसे में जलकर मौत हो गई है। इसके बाद बीमा कंपनी ने करीब 72 लाख रुपये का भुगतान मृतक के पिता विजयपाल सिंह को कर दिया।
इस मामले में 2023 में अहमदाबाद पुलिस ने एक फर्जीवाड़े में अनिल सिंह को गिरफ्तार किया तब उसकी हत्या की झूठी कहानी का पता चला। अहमदाबाद पुलिस की सूचना पर आगरा के रकाबगंज थाने में युवक की हत्या का केस दर्ज किया गया।
जांच में सामने आया कि अनिल सिंह की मौत हुई ही नहीं थी। 30 जुलाई 2006 को विजयपाल सिंह, उनके बेटे अभय सिंह, अनिल सिंह उर्फ गुड्डू और महिपाल व रामवीर सिंह ने ट्रेवल्स में नुकसान होने पर योजना बनाई। इसके बाद अनिल सिंह ने अपने पिता और भाई के साथ मिलकर एक अर्द्धविक्षिप्त युवक को खाना खिलाने के बहाने बुलाया। खाना खिलाकर युवक को अनिल सिंह के कपड़े पहनाए और नशीली दवा पिलाकर कार की ड्राइविंग सीट पर बैठा दिया। आरोपियों ने आगरा स्थित पीडब्ल्यूडी कार्यालय के नजदीक कार पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी और अनिल की जलकर मौत होने की अफवाह फैला दी।