
एसएन मेडिकल कॉलेज
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उत्तर प्रदेश के आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में बालिका से छेड़छाड़ की जांच कर रही जेंडर हैरेसमेंट कमेटी और अनुशासनात्मक कमेटी की जांच सप्ताह भर में भी पूरी नहीं हो पाई है। कमेटी ने जांच में कई और बिंदु शामिल किए हैं। हैं। इधर, इमरजेंसी में उपचाराधीन बालिका डिस्चार्ज हो गई है।
प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि इलाज के बाद 11 साल की बालिका की हालत ठीक होने पर उसे इमरजेंसी से डिस्चार्ज कर दिया है। आरोपों की जांच करने के लिए जेंडर हैरेसमेंट कमेटी और अनुशासनात्मक कमेटी की लगभग जांच पूरी हो गई है।
चिकित्सकीय स्टाफ और मरीज-तीमारदारों के बयान दर्ज कर लिए हैं। जांच में कुछ बिंदु और बढ़ाए गए हैं। इन पर भी जांच करने के लिए कमेटी को निर्देशित किया है। बृहस्पतिवार को जांच रिपोर्ट पूरी होने की उम्मीद है। इसके आधार पर स्टाफ पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, बाल रोग विभाग में भर्ती 11 साल की बालिका ने जूनियर डॉ. दिलशाद हुसैन पर 10 सितंबर की रात को जांच के नाम पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। यह बरेली के रहने वाले हैं। इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ और पुलिस ने आरोपी जेल भेज दिया। इस मामले की जांच के लिए एसएन प्रशासन ने समितियां गठित की थीं।