
Rangji Heights Suicide Case
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न्यू आगरा के कैलाश विहार स्थित रंगजी हाईट्स अपार्टमेंट की छठवीं मंजिल से गिरकर 17 वर्षीय किशोरी की मौत हुई थी। घटना को 10 महीने बीत चुके हैं। कोर्ट के आदेश पर आत्महत्या के लिए विवश करने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ था। मगर, पुलिस अब तक विवेचना पूरी नहीं कर सकी है। आरोप है कि पुलिस ने जांच के लिए मृतका का मोबाइल कब्जे में लिया था। विवेचक के तबादले के बाद मोबाइल का भी पता नहीं चला। परिजन मोबाइल के लिए थाने और एसीपी के दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं।
नगला बूढ़ी, न्यू आगरा निवासी जूता कारीगर गोविंद की बेटी सलोनी रंगजी हाईट्स में सिमी आनंद के फ्लैट में दो बच्चों की देखभाल करती थी। सिमी आंनद की उम्र 62 साल थी। उनके बेटी और दामाद पंजाब में रह रहे थे। 26 अप्रैल की शाम को सलोनी छठवीं मंजिल से गिर गई थी। पुलिस ने पहुंचकर जांच की थी। आशंका जताई गई कि सलोनी ने आत्महत्या की है। इसका कारण पता नहीं चल सका।
मृतका की मां पूनम ने बताया कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। इस पर उन्होंने कोर्ट की शरण ली। पुलिस ने घटना के बाद सलोनी का मोबाइल, कपड़े कब्जे में लिए थे। बताया था कि मोबाइल में आत्महत्या से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी हो सकती है। इसलिए जांच की जा रही है। कॉल डिटेल भी निकाली जाएगी। पुलिस ने कॉल डिटेल तो निकाल ली, लेकिन मोबाइल वापस नहीं दिया। वह कई बार थाने और चौकी के चक्कर काट चुके हैं। इसके बावजूद कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। वह परेशान हो चुके हैं।
तबादला हुआ तो अटक गई जांच
परिजन ने आरोप लगाया कि पहली बार विवेचना दयालबाग चौकी के प्रभारी हरीश शर्मा को दी गई थी। उनका तबादला कर दिया गया। इस पर विवेचना भी अटक गई। विवेचक के पास ही मोबाइल भी था। यह उनको वापस नहीं मिल पा रहा है। एसओ न्यू आगरा राजीव कुमार ने बताया कि विवेचना चल रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।