
डीएम लखनऊ शहर के पेट्रोल पंपों पर पहुंचे।
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हड़ताल का सीधा असर अब आदमी पर पड़ रहा है। मंगलवार की शाम से अचानक पेट्रोल पंपों पर भीड़ लग गई। गाड़ियों की टंकी फुल कराने की होड़ मच गई। देखते ही देखते कई पेट्रोल पंपों का पेट्रोल खत्म हो गया। ऐसा इस अफवाह से हुआ कि हड़ताल लंबी चलने वाली है और लोगों को पेट्रोल मिलना बंद हो जाएग।
इस हालात पर इंडियान ऑयल कारपोरेशन के कार्यकारी निदेशक एवं राज्य प्रमुख व तेल तेल उद्योग के राज्य स्तरीय समन्वयक राजेश सिंह ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में प्रमुख शहरों में स्थित पेट्रोल पंपों एवं एलपीजी एजेंसियों में पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल, डीजल एवं एलपीजी सिलेंडर उपलब्ध हैं। कहीं भी ड्राई आउट जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है ।
साथ ही लोगों से अपील भी की है कि किसी भी प्रकार की गलत सूचना पर ध्यान न दें। जरूरत के हिसाब से ही पेट्रोलियम उत्पाद खरीदें। अनावश्यक परेशान हों। सभी तेल मार्केटिंग कंपनियों ने डीलर एवं वितरकों द्वारा संचालित ट्रकों में सप्लाई देना शुरू कर दिया है। जिससे की पेट्रोल, डीजल एवं एलपीजी की पूर्ण उपलब्धता पेट्रोल पंपों एवं एलपीजी एजेंसियों पर बनी रहेगी अगर आवश्यकता हुई तो सारे डिपो एवं एलपीजी बॉटलिंग प्लांट्स की संचालन की अवधि भी बढ़ाई जाएगी।
लखनऊ के सभी पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल और डीजल उपलब्ध है या नहीं इसकी जांच करने के लिए जिलाधिकारी लखनऊ सूर्यपाल गंगवार देर रात शहर के कई पेट्रोल पंपों पर पहुंचे। वहां उन्होंने पेट्रोल पंप मालिकों से बात की।
लखनऊ में डीजल-पेट्रोल की कमी नहीं : डीएम
कुछ संगठन आईपीसी के कुछ प्राविधानों को लेकर गलतफहमी फैलाकर परिवहन को प्रभावित कर रहे हैं। यह गलत है। आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत डीजल और पेट्रोल की सप्लाई सुनिश्चित करना सभी पक्षकारों की जिम्मेदारी है। लखनऊ के अधिकांश पेट्रोल पंप मालिकों और टैंकर संचालकों के पास अपने टैंकर हैं। अगर सप्लाई बाधित होती है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। लखनऊ में डीजल पेट्रोल की कोई कमी नहीं है। भ्रम फैलाया जा रहा है कि पेट्रोल व डीजल की कमी है, लेकिन ऐसा नहीं है। यहां पर डिपो है, जहां से तेल लाने की जिम्मेदारी पंप मालिकों की है। वह इसे सुनिश्चित करें। अगर किसी बहाने से लापरवाही पाई जाती है तो कार्रवाई की जाएगी। जनता को असुविधा न होने दें। पंपों पर डीजल व पेट्रोल की कमी नहीं होनी चाहिए।