
पहलगाम में हिंदुओं पर हमला सोची समझी साजिश के तहत हुआ है। धर्म पूछकर मारा जाना, यह बर्बरता की निशानी है। आतंकियों की ये सीधी युद्ध की चेतावनी है। सरकार को इसकी निंदा नहीं, बल्कि दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए। सिंधु जल संधि को खत्म करके जनता को मूर्ख नहीं बना सकते। सबसे पहले आतंकी हमले के जिम्मेदार की पहचान कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इसके बाद सीमापार बैठे आकाओं को सबक सिखाने के लिए सरकार युद्ध की तैयारी करे। देश की जनता सरकार के साथ है। पहलगाम में हुए हत्याकांड से व्यथित जगद्गुरु शंकराचार्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ये बात कही।