
Jalalun पंचनद तीर्थ से कांवड़ यात्रा की बृहद तैयारियां तृतीय सोमवार को जुटेंगे 2 हजार से अधिक कांवड़िया स्वागत पुष्प वर्षा स्वल्पाहार ..
ByParvat Singh Badal (Bureau Chief Jalaun)✍️
Jul 21, 2025 #People from more than 100 villages including villagers will be a part of this Kavad Yatra.
रिपोर्ट विजय द्विवेदी (जगम्मनपुर ब्यूरो चीफ) ✍️
🧶(उरईजालौन)जगम्मनपुर : जनपद में तृतीय सोमवार 28 जुलाई को जनपद के मुख्य तीर्थ क्षेत्र पंचनद धाम से प्रारंभ होने वाली बृहद कावड़ यात्रा की रूपरेखा तैयार होने लगी है।
ज्ञात हो कि बुंदेलखंड के प्रसिद्ध व जनपद जालौन के मुख्य तीर्थ क्षेत्र पंचनद संगम से दूर-दूर के श्रद्धालु कांवड़ यात्रा करते हुए पवित्र जल भरकर अपने-अपने क्षेत्र के शिवालयों पर कांवड़ का जल चढ़ाते हैं। गत वर्ष सत्येंद्र सिंह राजावत जायघा एवं अवध बिहारी कठिल रामपुरा ने अपने क्षेत्रीय साथियों के सहयोग से पंचनद धाम से विशाल कावड़ यात्रा का आयोजन किया था जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। इस वर्ष भी श्रावण मास के तृतीय सोमवार 28 जुलाई को “पंचनद धाम द्वितीय विशाल कावड़ यात्रा” का आयोजन होगा जिसमें विकासखंड रामपुरा की 44 ग्राम पंचायत के श्रद्धालु सहित विकासखंड कुठौंद, विकासखंड माधौगढ़ एवं विकासखंड जालौन सहित इटावा के विकासखंड चकरनगर, जिला औरैया के विकासखंड अजीतमल व भिंड जिला के सीमावर्ती ग्रामीण सहित लगभग 100 गांव से अधिक के लोग इस कावड़ यात्रा का हिस्सा बनेंगे। उक्त कार्यक्रम से संबंधित विवरण देते हुए पंचनद धाम विशाल कांवड़ यात्रा (द्वितीय) के संयोजक सत्येंद्र सिंह राजावत एवं अवध बिहारी कठिल ने बताया कि दिनांक 28 जुलाई सोमवार को प्रातः 4:00 बजे से 5:00 बजे तक समस्त कावड़ यात्री पंचनद श्री बाबा साहब मंदिर पर एकत्रित होंगे । प्रातः 6:00 बजे मंदिर के महंत सुमेरवन की अगुवाई में सामूहिक यमुना आरती का आयोजन होगा तदोपरांत नारियल तोड़कर कांवड़ यात्रा आरंभ का उद्घोष होगा। इटावा चकरनगर व भिंड क्षेत्र के श्रद्धालु पुल पार करके अपने-अपने गांव के क्षेत्र के मंदिरों की ओर प्रस्थान करेंगे एवं जनपद जालौन औरैया अजीतमल के कांवड़िया जगम्मनपुर होते हुए अपने-अपने क्षेत्र के धार्मिक स्थल शिव मंदिरों पर कांवड़ का जल चढ़ाएंगे ।
उक्त अवसर पर अनेक समाजसेवियों द्वारा कांवड़ यात्रियों के लिए स्वल्पाहार ,फलाहार, दूध,चाय, कॉफी एवं पीने के लिए शुद्ध जल का उत्तम प्रबंध किया जाता है एवं जगह-जगह कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया जाता है । इस वर्ष भी धार्मिक जनों, समाजसेवियों व राजनैतिक लोगों द्वारा कांवड़ियों के सम्मान व स्वल्पाहार की व्यवस्था हेतु गत वर्ष की तुलना में और अधिक बेहतर योजना तैयार की जा रही है।
