
पर्वत सिंह बादल (ब्यूरो चीफ जालौन) ✍️
(उरईजालौन) जालौन: जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने नगर पालिका परिषद जालौन का औचक निरीक्षण किया। मानचित्र पटल, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र पटल तथा भवन नामांतरण पटल के निरीक्षण कर सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए तत्काल कड़े निर्देश जारी किए।मानचित्र पटल की जांच में सामने आया कि वर्ष 2023, 2024 और 2025 के करीब 40 मानचित्र आवेदनों का न तो निस्तारण किया गया था और न ही रजिस्टर में उनके स्वीकृत या निरस्त होने का कोई स्पष्ट उल्लेख दर्ज था। इस गंभीर लापरवाही पर जिलाधिकारी ने लिपिक कमलेश त्रिपाठी एवं सुलेखा पटेल के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के आदेश दे दिए। जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र पटल पर भी 70 आवेदन लंबित मिले। जिलाधिकारी ने इन सभी आवेदनों का आज ही निस्तारण करने के निर्देश दिए तथा पटल प्रभारी के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का आदेश किया। उन्होंने अधिशासी अधिकारी के शिथिल पर्यवेक्षण पर नाराज़गी जताते हुए उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि नगर पालिका जनता की सुविधा का केंद्र है। आमजन को अपने छोटे-छोटे कार्यों के लिए भटकना न पड़े, यह सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कार्य व्यवस्था इतनी सुदृढ़ और पारदर्शी होनी चाहिए कि जनता बिना किसी परेशानी के आसानी से अपना कार्य करा सके। यहां एक-एक प्रकरण जनता के भरोसे से जुड़ा है, इसे कमजोर करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी पटलों पर रिकॉर्ड अद्यतन रखा जाए, आवेदकों को समयबद्ध सेवा मिले और जनसुविधाओं से जुड़े किसी भी कार्य में कोताही न बरती जाए।
इस अवसर उप जिलाधिकारी हेमन्त पटेल, अधिशाषी अधिकारी सुशील दोहरे आदि सहित सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।
