रिपोर्ट विजय द्विवेदी (जगम्मनपुर ब्यूरो चीफ)✍️
(उरईजालौन) जगम्मनपुर : जनपद जालौन में मोहर्रम महीने की 10 वीं तारीख के आसूरा पर्व को लेकर कानून व्यवस्था सुदृढ़ बनाए रखने के लिए क्षेत्राधिकारी व थाना प्रभारी ने ताजियादारों एवं क्षेत्रीय सामाजिक लोगों से मुलाकात की।
क्षेत्राधिकारी माधौगढ़ रामसिंह, रामपुरा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रजत कुमार सिंह ने मोहर्रम माह की दसवीं तारीख आसूरा पर्व पर निकलने वाले ताजिया जुलूस के अवसर पर शांति कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम जगम्मनपुर, हुसेपुरा जागीर, एवं रामपुरा नगर का भ्रमण कर ताजियादारों से मुलाकात कर ताजिया निकालने के मार्ग पड़ाव एवं कर्बला का निरीक्षण किया।
रामपुरा थाना अंतर्गत ग्राम जगम्मनपुर ,हुसेपुरा जागीर , रामपुरा नगर में भ्रमण के दौरान क्षेत्राधिकारी रामसिंह एवं रामपुरा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रजत कुमार सिंह ने दलवल सहित रामपुरा जगम्मनपुर हुसेपुरा जागीर में ताजिया स्थल का निरीक्षण कर ताजियादारों से मुलाकात करके ताजिया निकालने के मार्ग एवं अन्य व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा की । इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी ने समस्त ताजियादारों से स्पष्ट कहा कि वह परंपरा अनुसार अपने पर्व को हर्ष एवं उल्लास तथा धूमधाम से मनाएं लेकिन किसी भी नई परंपरा की शुरुआत ना करें। ताजिया निर्धारित मार्ग पर ही ले जाएं एवं उत्तेजना फैलाने वाले अनावश्यक शस्त्रों का प्रदर्शन ना करें। क्षेत्राधिकारी एवं थाना प्रभारी ने जगम्मनपुर के टिकरी कुंआ, तकिया मोहल्ला, रहस चबूतरा व कर्बला का निरीक्षण किया एवं ग्राम हुसेपुरा में मानपुरा रोड पर स्थित मस्जिद के इमाम एवं ताजियादारों से मुलाकात की। रामपुरा में ताजियादारों से मुलाकातकर ताजिया के मार्ग पड़ाव व कर्बला तक की सभी स्थलों के बारे में जानकारी लेकर उनका स्थलीय निरीक्षण करके जिम्मेदारों से साफ सफाई एवं अन्य सभी प्रकार की समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्रीय सामाजिक लोगों से भी मुलाकात करके ताजिया निकलने के दौरान सद्भाव एवं सहयोग की अपेक्षा की है।
आसूरा पर्व क्या है ?
आसूरा पर्व इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने मोहर्रम की दसवीं तारीख को कहते हैं । आसूरा के दिन हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन और उनके परिवार को कर्बला मैदान में शहीद कर दिया गया था उसी समय से इस्लाम में इस पर्व को वलिदान दिवस के रूप में मनाए जाने की परंपरा है।
