
पर्वत सिंह बादल उरई ( ब्यूरो चीफ जालौन)✍️
(उरईजालौन)उरई: जनपद जालौन में आज परमार्थ संस्था के तत्वावधान में जल संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने हेतु ग्राम अमीटा, जनपद में एक विशेष जल चौपाल का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्राथमिक विद्यालय अमीटा के परिसर में सम्पन्न हुआ, जिसकी अध्यक्षता देश के विख्यात जल संरक्षण विशेषज्ञ एवं “जल पुरुष” प्रसिद्ध राजेन्द्र सिंह ने की। चौपाल का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को जल संरक्षण के महत्व से अवगत कराना और जल संकट से निपटने हेतु सामूहिक सहभागिता को बढ़ावा देना था।अपने संबोधन में राजेन्द्र सिंह ने कहा कि यदि वर्तमान में पानी को बचाने के प्रयास नहीं किए गए, तो आने वाली पीढ़ियों को इसके दुष्परिणाम झेलने होंगे। उन्होंने वर्षा जल संचयन, परंपरागत जल स्रोतों के पुनर्जीवन और भूगर्भ जल संरक्षण की महत्ता पर प्रकाश डाला तथा अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि सामूहिक प्रयासों से कैसे सूखा प्रभावित क्षेत्रों को जल समृद्धि की ओर ले जाया गया है।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि जिला प्रशासन जल संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। जल संरक्षण जल संवर्धन पर प्रकाश डाला। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जनपद के प्रत्येक गांव में इस प्रकार की जल चौपालों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे आमजन को जल संरक्षण अभियानों से जोड़ा जा सके। चौपाल के दौरान ग्रामीणों से संवाद स्थापित करते हुए खेत तालाब योजना, नदियों के पुनर्जीवन, जल प्रबंधन एवं संवर्धन तकनीकों पर विस्तृत जानकारी साझा की गई। ग्रामीणों से अपील की गई कि वे अपने गांवों में जल स्रोतों की सफाई, संरक्षण और विवेकपूर्ण उपयोग को अपनाएं। यह चौपाल न केवल एक जागरूकता कार्यक्रम साबित हुआ, बल्कि जल संकट से निपटने के लिए समुदाय को एकजुट होकर कार्य करने की प्रेरणा भी बना।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी कौंच ज्योति सिंह, सम्बंधित अधिकारी के साथ परमार्थ संस्था से संजय, अरुण आदि मौजूद रहे।