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रिपोर्ट विजय द्विवेदी जगम्मनपुर ✍🏻

(उरईजालौन) जगम्मनपुर :  एट-भीखेपुर State Highways सड़क निर्माण को लेकर अतिक्रमण हटाने के लिए जगम्मनपुर बाजार में बुलडोजर चलाकर सड़क सीमा में आने वाले निर्माण को ध्वस्त किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि जगम्मनपुर बाजार में एट से भीखेपुर स्टेट हाईवे सड़क मार्ग का निर्माण हो रहा है जिसमें फिलहाल 7 मी सीसी सड़क हेतु एवं सड़क के दोनों ओर दो-दो मीटर खाली जगह कुल मिलाकर  पीडब्ल्यूडी द्वारा 11 मीटर जगह को अधिकृत किया जा रहा है।  हालांकि जगम्मनपुर बाजार सैकड़ो वर्ष पुराना है। मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 1952 तक जगम्मनपुर राज्य अस्तित्व में रहा है इसके अंतिम शासक राजा वीरेंद्रशाह जूदेव ने अपने शासनकाल में अपने राज्य की राजधानी जगम्मनपुर समेत ऊमरी ग्राम (वर्तमान में नगर पंचायत) का वर्ष 1937 में सर्वे करते हुए नाप-जोख करवा कर संपूर्ण बंदोबस्त लिपिबद्ध करवाया था।  बर्ष 1952 में जगम्मनपुर रियासत का भारत देश में विलय होने के बाद जगम्मनपुर राज्य के संपूर्ण भू अभिलेख तत्कालीन जालौन तहसील में दाखिल हो जाने से वह उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व दस्तावेज बन गए जिसकी पक्की नकल आज भी अभिलेखागार उरई से प्राप्त होती है।  इन दस्तावेजों के आधार पर जगम्मनपुर बाजार में रियासत कालीन सड़क 50 से 65 फीट तक चौड़ी है जिस पर लोक निर्माण विभाग की डामरीकृत सड़क के ऊपर पीएमवाई द्वारा सीसी सड़क का निर्माण कराया जा चुका है और अब इसी सड़क का चोड़ीकरण कर इस पर सात मीटर चौड़ी सीसी बिछाकर स्टेट हाईवे का निर्माण किया जा रहा है इस पूरी सड़क निर्माण में बाजार के मध्य एक जगह लगभग 30-35 फुट लंबाई तक सड़क की चौड़ाई मात्र 14 फिट है इसके दोनों ओर अशोक कुमार ,देवेंद्र कुमार ,मिथिलेश कुमार, सुशील कुमार, लल्लूराम आदि के मकान व दुकानें बनी है जो वर्ष 1937 के भू बंदोबस्ती रजिस्टर में दर्ज है।  इस संदर्भ में ग्रामीणों से पूछे जाने पर बताया गया कि यहां रियासत काल में नगर प्रवेश का फाटक बना था जिस कारण इस जगह पर सड़क की चौड़ाई कम हो गई थी शेष बाजार में सड़क की चौड़ाई लोक निर्माण विभाग की जरूरत से भी अधिक दर्शाई गई है लेकिन देश आजाद होने के बाद रियासत का अस्तित्व खत्म होते ही लोगों ने सड़क की जगह पर अवैध कब्जा कर निर्माण कर लिया परिणाम स्वरूप लोक निर्माण विभाग को स्टेट हाईवे निर्माण के लिए सड़क के दौनो ओर बने अवैध निर्माण को हटवाने के लिए हुज्जत करना पड़ रही है। लोक निर्माण विभाग द्वारा बुलडोजर चलाकर जगमनपुर बाजार के अवैध निर्माण को तोड़े जाने से दुकानदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और पूरे बाजार में अपरा-तफरी का माहौल है वहीं कुछ दुकानदारों का कहना है कि लगभग 200 वर्ष पुरानी दुकानों को तोड़कर अब नवीन दुकानों के निर्माण से जगम्मनपुर बाजार की खोई हुई रौनक वापस आ जाएगी।

By Parvat Singh Badal (Bureau Chief) Jalaun✍️

A2Z NEWS UP Parvat singh badal (Bureau Chief) Jalaun ✍🏻

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