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रिपोर्ट विजय द्विवेद्वी जगम्मनपुर ✍🏻
(उरईजालौन) जगम्मनपुर: आज जालौन में झांसी मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे जी, जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेयजी व अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) संजय कुमार ने संयुक्त रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र रामपुरा, पंचनंद आदि का निरीक्षण कर सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान तहसील माधौगढ़, रामपुरा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र वासियों को राहत सामग्री का वितरण किया और कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई राहत सामग्री आप तक पहुंचाई जा रही है आप लोगो को घबराने की जरूरत नही है, प्रदेश सरकार जिला प्रशासन आपके साथ है। राहत शिविर केम्प परिसर में ही ग्रामीणों के स्वास्थ्य के लिए स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया है, उन्होंने ग्रामवासियो से कहा कि बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है, मेडिशन किट उपलब्ध कराई जा रही है, आपको बेहतर स्वास्थ्य के लिए उन दवाइयों का प्रयोग करना है। उन्होंने कम्युनिटी किचिन में बन रहे खाने को स्वयं चखकर खाने की गुणवत्ता को परखा। उन्होंने निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो में हर संभव मदद का प्रयास किया जाए साथ ही कहा कि खाने की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे ने कहा कि जनपद जालौन के लगभग 20 गांव बाढ़ में है लेकिन अभी तक कोई जनहानि और पशुहानि नही हुई है। जिला प्रशासन की मदद से उनको सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया। जिला प्रशासन द्वारा बहुत ही अच्छी व्यवस्था की गई है सभी जगह कम्युनिटी किचिन चल रही है। उन्होने कहा कि अभी पानी का स्तर घट रहा है लगभग स्थिति सामान्य है। जालौन
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेयजी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र जहां पानी में डूबने से फसलों को हुए नुक़सान की भरपाई हेतु प्रारंभिक सर्वे का कार्य पूरा हो गया है। लगभग जनपद में 2150 एकड़ भूमि पर कृषि के प्रभावित होने की आशंका है। जिलाधिकारी ने सभी लेखपालों को फसलों में हुए नुकसान के सर्वे का आदेश दिया गया है। लेखपाल विस्तृत सर्वे रिर्पोर तैयार कर कृषि बीमा योजना और राहत मद से कार्यवाही के निर्देश दिये गये। वहीं जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिकता पर पशुओं को भूसा व टीकाकरण का कार्य भी तेजी से सुनिश्चित करेंगे, जिससे पशुओं को गंभीर बीमारियों से बचाया जा सके।
- जगम्मनपुर, में आज मंडलायुक्त झांसी विमल कुमार दुबे ने जालौन की पंचनंद संगम पर नदियों में आई बाढ़ से हुए नुकसान का निरीक्षण कर पीड़ित ग्रामीणों से मुलाकात की व राहत सामग्री का वितरण कर बाढ़ का पानी के उतरने के बाद फैलने वाली बीमारियों से सजग रहने को कहा ।
- मंडलायुक्त झांसी विमल कुमार दुवे ने आज जनपद जालौन के बाढ़ पीड़ित रामपुरा कोंच नदीगांव क्षेत्र का भ्रमण कर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करके राहत सामग्री का वितरण किया ।रामपुरा में आईटीआई पर बने अस्थाई राहत शिविर में मौजूद अनेक गांवों के बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें राहत सामग्री का वितरण करते हुए आश्वस्त किया कि उनकी हर संभव मदद की जाएगी , तदुपरांत रामपुरा स्थित कान्हा गौशाला पर पहुंचकर मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे एवं जिलाधिकारी राजेश कुमार जालौन ने गायों को चना और गुड़ खिलाया । जिला प्रशासन के सौजन्य से बाढ़ पीड़ितों को भोजन के लिए कान्हा गौ शाला में संचालित अस्थाई किचन में बन रहे रहे भोजन की गुणवत्ता को चखकर परखा एवं व्यवस्था की सराहना की । आज मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे जी ने पांच नदियों के संगम स्थल पंचनद पर पहुंचकर अलग-अलग नदियों (यमुना,चंबल,सिंध,क्वांरी,पहूज) की उफनती जलधाराओं को देख ।जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय जी से प्रत्येक नदी में पानी की स्थिति एवं बाढ़ से उत्पन्न होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की । इस अवसर पर झांसी मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे ने बताया कि वर्षा ऋतु के जाते-जाते विभिन्न नदियों में आई बाढ़ के कारण लगभग 20 गांव प्रभावित हुए हैं लेकिन कोई जनहानि या पशु हानि नहीं हुई है। जो बीस गांव बाढ़ से प्रभावित हुए है उनके निवासियों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है एवं उनके भोजन पानी का समुचित प्रबंध किया गया है । उन्हे खाना बनाने हेतु आटा चावल दाल मसाला गुड़ चना आदि आवश्यक खाद्यान्न का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया की नदियों में बड़े हुए पानी का जलस्तर घटना प्रारंभ हो गया है आने वाले दो दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी । मंडलायुक्त श्री दुवे ने सावधान किया कि बाढ़ का पानी घटने के बाद नदियों के तटवर्ती इलाकों में संक्रामक बीमारियों के फैलने की संभावना बनी रहती है इसके लिए मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की अनेक टीम सक्रिय है जगह-जगह चिकित्सा शिविर लगाए गए हैं एवं बीमारियों से बचाव हेतु स्वास्थ्य किट वितरित की जा रही है इसमें विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव हेतु दवाएं उपलब्ध है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा, को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य सेवाओं में कोई हीला हवाली ना हो । इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीणों से भी अपेक्षा की कि पानी के उतरने बाद नदियों के तट पर ना जाएं क्योंकि पानी के उतरने के बाद वहां अनेक प्रकार की गैस निकलती है जिससे बीमारी फैलने की संभावना रहती है। मंडलायुक्त ने जिलाधिकारी जालौन राजेश कुमार पांडेय के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जैसे ही नदियों में पानी बढ़ने की सूचना मिली तत्काल एनडीआरफ के जवान एवं 20 मोटरबोट की मदद एवं जिलास्तरीय संसाधनो से हर स्थिति से निपटने की योजना को मूर्ति रूप दिया गया । बाढ़ से कृषि क्षेत्र में हुई खेती के नुकसान की क्षतिपूर्ति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि लगभग 2200 हेक्टेयर फसल बाढ़ से प्रभावित हुई है । पानी उतरने के बाद हुए नुकसान का सर्वे करवाया जाएगा।
इस अवसर पर जिला अधिकारी राजेश कुमार पाण्डेयजी,अपर जिलाधिकारी(वि./रा.) संजय कुमार ,अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार वर्मा, उप जिलाधिकारी सुरेश कुमार पाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा, क्षेत्राधिकारी राम सिंह तहसीलदार/खंड विकास अधिकारी पवन पटेल (पीसीएस), प्रदीप कुमार राजपूत प्रभारी चिकित्सा अधिकारी रामपुरा सहित स्थानीय अनेक अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।