
पर्वत सिंह बादल उरई (ब्यूरो चीफ जालौन✍️ (उरईजालौन) उरई : जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कलेक्ट्रेट सभागार में विशेष संचारी रोग नियंत्रण 1 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 एवं दस्तक अभियान 10 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक के अंतर्गत पशु जनित संक्रमण रोगों की रोकथाम एवं बचाव के संबंध में बैठक कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान तथा संचारी रोगों एवं दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण एवं कार्यवाही हेतु विभिन्न विभागों के कार्य एवं दायित्व का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 के प्रथम चरण में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान माह अप्रैल 2025 में (संचारी रोग नियंत्रण अभियान दिनांक 01 से 30 अप्रैल 2025 तथा दस्तक अभियान दिनांक 10 से 30 अप्रैल 2025 तक जनपद में चलाया जाये। उपरोक्त प्राप्त निर्देशानुसार निम्न गतिविधियां कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया अभियान की समस्त गतिविधियों हेतु विभिन्न विभागों में समन्वय हेतु नोडल विभाग का कार्य करेगा एवं सभी विभागों से प्राप्त रिपोर्टो को संकलित कर राज्य स्तर पर भेजना स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित गतिविधियों को सम्पन्न कराना। नगर विकास विभाग नालियों की साफ-सफाई कचारा निस्तारण लार्वीसाइड का छिड़काव / फागिंग शुद्ध पेयजल की उपलब्धता। पंचायतीराज / ग्गाम्य विकास विभाग ग्राम विकास अधिकारी अपने ग्राम में अभियान के नोडल होंगे। ग्गप्रमीण क्षेत्रामें में ग्राम निगरानी समितियों के माध्यम से दिमागी बुखार एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों के विषय में निरंतर जागरूकता हेतु बैठकें की जायें। अभियान के दौरान प्रभात फेरियों जन जागरूकता हेतु बैठके नालियों की साफ-सफाई, लार्वारोधी दवा का छिड़काव / फागिंग, झाड़ियों की कटाई, ग्ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़ेदानों की स्थापना करना। शौचालयों का निर्माण, खुले में शौच न जाने के लिये जनसमुदायको जागरूक करना। पशुपालन विभाग सूकर पालकों का संवेदीकरण सभी प्रकार के पशु बाड़ों की स्वच्छता एवं सभी पशुबाड़ को आबादी से दूर एवं साफ सफाई के प्रति जागरूक करना तथा समय समय पर सूकर बाड़ों में दवा का छिड़काव कराना। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ऑगनवाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा अपने क्षेत्र के समस्त कुपोषित तथा अति कुपोषित बच्चों की सूची बनाकर उनको उचित पोषाहार उपलब्ध कराना तथा आवश्यकता होने पर पोषण पुनर्वास केन्द्रों पर उपचार तथा पोषण पुनर्वास हेतु भेजना। ऑगनवाड़ी कार्यकत्रियों को आशाओं के साथ दस्तक अभियान के दौरान गृह-भ्रमण करना, कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण कर पुनर्वास केन्द्र हेतु संदर्भित करना। शिक्षा विभाग स्कूली बच्चों द्वारा जागरूकता रैलियां निकालना, पोस्टर प्रतियोगिता एवं निबन्ध लेखन, व्हाटसएप ग्रुप द्वारा छात्र-छात्राओं को दिमागी बुखार एवं वेक्टर जनित रोगों से बचाव, रोकथाम एवं उपचार हेतु जागरूकता करना। अध्यापकों द्वारा अभिभावकों को इस बात के लिये प्रेरित किया जाये कि यूनिफार्म हेतु उपलब्ध कराई गई धनराशि से पूरी बाजू की कमीज तथा फुल लेंथ की पैन्ट ही यूनीफॉर्म के रूप में छात्रों को उपलब्ध करायी जाये। चिकित्सा शिक्षा विभाग चिकित्सा संस्थानों में सूचित होने वाले संक्रामक रोगियों की सूचना यूनीफाईड डिजीज सर्विलांस पोर्टल (यू०डी०एस०पी०) / इस हेतु निर्धारित प्रपत्रों के माध्यम से राज्य सर्विलांस इकाई को उपलब्ध कराना, इस हेतु संस्थान में चिकित्सालय तथा प्रयोगशाला स्तर पर उत्तरदायित्व निर्धारण कर आवश्यक प्रपत्रों पर प्रतिदिन रिपोर्ट प्रेषित की जाये। दिव्यांग सशक्तीकरण विभाग ए०ई०एस०/ जे०ई० रोग से दिव्यांग हुये बच्चों का सर्वे जिला दिव्यांग कल्याण अधिकारी द्वारा कराया जाना एवं ए०ई०एस०/ जे०ई० रोग से दिव्यांग हुये बच्चों को आवश्यक सहायक उपकरण उपलब्ध कराना। कृषि एवं सिचाई विभाग मच्छर रोधी पौधों को लगाया जाना, विभागीय पौधशाला से पौधे तथा बीज उपलब्ध कराना (नवीन फसलें तथा मच्छर रोधी पौधे) खेतों में कृतंक नियंत्रण के प्रभावी एवं सुरक्षित उपाय बताना। स्क्रब टाइफस / लेप्टोस्पाइरोसिस रोग की रोकथाम करना। ग्रामीण आबादी क्षेत्रों के निकट नहरों में जल क्षरणकी मरम्मत करना, ताकि मच्छर के प्रजनन के स्थान कम से कम रहें। संचारी / दस्तक अभियान से सम्बन्धित गतिविधियों का प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करें। उधान विभाग सार्वजनिक उधानों एवं विधालयों में मच्छर विकर्षी पौधों का रोपण।
इस अवसर पर डीसीइनआरएलएम महेंद्र चौबे, जिला विकास अधिकारी निशांत पांडेय, एसीएमओ वीरेंद्र सिंह, डीपीआरओ राम अयोध्या प्रसाद, बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रप्रकाश आदि सहित सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।