
पर्वत सिंह बादल उरई ( ब्यूरो चीफ जालौन)✍️ 🧶🧶🧶🧶(उरईजालौन) एट: आज जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेयजी ने आज नगर पंचायत एट में कई शासकीय संस्थानों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान सबसे पहले जिलाधिकारी राजकीय कृषि बीज भंडार पहुँचे, जहाँ भूपेंद्र कुमार, बीज भंडार प्रभारी, ड्यूटी पर मौजूद थे। वहीं एक किसान सुरेश कुमार ने शिकायत की कि उसकी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की फीडिंग नहीं हो पा रही है। जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभारी को निर्देशित किया कि किसान के अभिलेख लेकर फीडिंग कार्य तुरंत पूर्ण किया जाए। इसके बाद राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया, जहाँ चिकित्सक डॉ. वीरेंद्र पाल की अनुपस्थिति पाई गई। जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए एक दिन के वेतन रोकने के निर्देश दिए और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उनका स्पष्टीकरण लेकर कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा। पशु चिकित्सालय की स्थिति भी संतोषजनक नहीं रही। दवा रखने का कक्ष और बैठने की व्यवस्था बेहद अव्यवस्थित पाई गई। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देश दिए कि अस्पताल में साफ-सफाई और व्यवस्थाओं को प्राथमिकता दी जाए। चिकित्सालय के बाहर पाई गई गंदगी पर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की और नियमित सफाई के निर्देश दिए। आयुष्मान आरोग्य मंदिर के निरीक्षण में एएनएम पूजा लक्ष्यकार अनुपस्थित पाई गईं, जिस पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण तलब किया। साथ ही, महिलाओं के उपचार और बच्चों के टीकाकरण संबंधी पंजिका प्रस्तुत करने को कहा गया, लेकिन सीएचओ ईसा यादव पंजिका दिखाने में असमर्थ रहीं। इस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि पंजिका की नियमित एंट्री सुनिश्चित की जाए और अभिलेखों का साप्ताहिक निरीक्षण भी किया जाए।
जिलाधिकारी ने नगर पंचायत एट में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और बारात घर की मांगों पर भी संज्ञान लिया। त्वरित चिकित्सा व्यवस्था सुलभ करने के उद्देश्य से उन्होंने पुराने खंड विकास कार्यालय की खाली पड़ी भूमि पर वहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाने का प्रस्ताव तत्काल भेजे जाने का निर्देश दिया गया ।समाज के सभी वर्गों को निःशुल्क बारात घर उपलब्ध हो सके इस हेतु पुराने नगर पंचायत कार्यालय एट की ख़ाली भूमि और निष्प्रयोज्य भवन पर सामुदायिक बारात घर बनाए जाने का प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए।
इस दौरान मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी मनोज अवस्थी, अधिशासी अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।





