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(उरई जालौन ) जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेयजी ने तहसील उरई के ग्राम जयपुरा में पहुंचकर अपने सामने धान की फसल कटवाकर फसलोत्पादन का औसत आकलन कराया। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा क्राॅप कटिंग के आधार पर ही उत्पादकता के सटीक आंकड़े प्राप्त किये जाते हैं। क्राॅप कटिंग से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर ही ओलावृष्टि, अतिवृष्टि एवं अन्य प्रकार से फसल नुकसान और फसल बीमा का मुआवजा राशि का निर्धारण किया जाता हैं। उन्होने कहा कि किसान नजदीकी धान क्रय केन्द्र पर अपनी फसलों को विक्रय करने हेतु सलाह दी। उन्होने प्रधानमंत्री फसल बीमा के फायदों को बताते हुये कहा कि किसी भी प्रकार का बीमा आपदा के समय में काम आता है हालांकि फसल बीमा योजना स्वेच्छिक कर दी गयी है, परन्तु किसी भी प्रकार की आपदा से बचने के लिये बीमा अवश्य ही लाभकारी होता हैं। उन्होने कहा कि धान खरीद क्रय केन्द्र पर धान बेंचने से उनकी फसल का उचित मूल्य प्राप्त होगा, बेहतर होगा कि वह किसी प्रकार की अफवाह या बहकावे में न आये। उन्होने किसानों को पराली का अचित प्रबंधन किये जाने की सलाह देते हुये पर्यावरण संरक्षण के लिये पराली न जलाने की अपील की।
इस अवसर पर तहसीलदार उरई भूपेन्द्र कुमार, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल आदि कृषक मौजूद रहे।