www.a2znewsup.com जिला क्राईम रिपोर्टर जालौन पर्वत सिंह बादल ✍️

(उरईजालौन)आज जनपद जालौन पूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा उरई में धर्मगुरु शत्रुघ्न सिंह सेंगर के आवास पर एक बैठक आयोजित की गई जिसमें 1962 में रिजांग्ला की पहाड़ियों पर चीन की सेना को खदेड़ने वाले तथा अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को बलिदान करने वाले 114 जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। महासचिव हवलदार राघवेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि भारतीय सेना या कहें हमारे वीर जवानों की जब भी बात आती है तो हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। आजादी के बाद से न जाने कितने युद्ध हुए लेकिन हमारे वीर रणबांकुरों के कभी न हार मानने वाले जज्बे ने दुश्मन को खूब धूल चटाई। धरती मां के लिए शहीद हो गए लेकिन इसकी इज्जत पर कभी आंच न आने दी। संगठन के उपाध्यक्ष धर्मगुरु शत्रुघ्न सिंह सेंगर ने बताया की 18 नवंबर 1962 को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने लद्दाख में रिजांगला की पहाड़ियों पर स्थित चुशूल गांव में कब्जा करने के लिए हमला किया था। चीन की सेना को आगे बढ़ते हुए देखकर भारतीय सेना की 13 कुमाऊं रेजीमेंट के कमांडिंग ऑफिसर शैतान सिंह के नेतृत्व में भारतीय सेना के जवानों ने चीन की सेना को आगे बढ़ने से रोक दिया था और चीन के हजारों सैनिकों को मार गिराया था ।अंत में युद्ध करते-करते हमारी सेना के 114 जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को वलिदान कर दिया था। संगठन सचिव हवलदार सुनील कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि आज हम सभी देशवासी उन सभी जांबाजो के बलिदान के वजह से सुरक्षित हैं उन्होंने अपने प्राणों को लुटा दिया लेकिन देश की खातिर लौट के घर नहीं आए। आज इस श्रद्धांजलि सभा के आयोजन पर ऐसोसिएशन के अध्यक्ष कैप्टन अखिलेश नगायच के साथ सूबेदार उदयपाल सिंह हवलदार रविंद्र सिंह राठौड़ हवलदार राघवेंद्र सिंह सेगर नायब सूबेदार राधेश्याम दोहरे नायब सूबेदार अनिल कुमार राठौर सूबेदार मेजर वीरेंद्र सिंह परिहार ,कैप्टन छेदा लाल हवलदार कौशलेंद्र सिंह जादौन हवलदार जितेंद्र सिंह सरदार हवलदार अमर सिंह पाल हवलदार जगराम प्रजापति सूबेदार अशोक कुमार हवलदार जितेंद्र कुमार गुबरेले हवलदार रविंद्र शर्मा , हवलदार राजकुमार वर्मा, हवलदार सुनील सिंह गुर्जर, नायब सूबेदार देवेंद्र सिंह यादव, श्री प्रमोद कुमार पाल (मीडिया प्रभारी), कैप्टन संतोष रायकवार, हवलदार मधुसूदन सिंह परिहार हवलदार अली मोहम्मद हवलदार दीपेश सिंह राजावत सहित अधिक संख्या में पूर्व सैनिकों ने श्रध्दांजली अर्पित की ।
जंग में जब भी तुम्हारा बलिदान होगा
इतिहास और दिलों के पन्नों पर
तुम्हारा नाम होगा !🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳