http://www.a2zne2sup.com


( उरईजालौन)उरई: आज  प्रातः 10: 00: बजे जनपद न्यायाधीश अचल सचदेव द्वारा फीता काटने के उपरान्त मां सरस्वती पर माल्यार्पण करके दीप प्रज्ज्वलित करते हुये राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत् उद्घाटन किया गया। जनपद की सभी तहसीलों मे स्थित दीवानी न्यायालयों में भी उक्त आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में जनपद न्यायाधीश एंव समस्त न्यायिक अधिकारीगण उपस्थित रहें।
राष्ट्रीय लोकअदालत में निस्तारित वादों की जानकारी देते हुए सचिव/अपर जिला जज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री राजीव सरन द्वारा बताया गया कि आज  जनपद न्यायाधीश अचल सचदेव के कुशल मार्गदर्शन में सम्पन्न हुई राष्ट्रीय लोक अदालत में माननीय जिला जज द्वारा 35 मुकदमों का निस्तारण किया गया एवं मु0 1,90,20,173/- रू0 धनराशि पक्षकारों को दिलायी गयी। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि आज लोक अदालत में कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह गौतम जी द्वारा 20 मुकदमों का निस्तारण करते हुये भरण पोषण के मामलें निस्तारित किये। इनके द्वारा 6 वैवाहिक मामले प्रीलिटिगेशन स्तर के भी निपटाये गये। अपर कुटुम्ब न्यायाधीश श्रीमती अमृता शुक्ला द्वारा 37 मुकदमों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी  अनिल कुमार वशिष्ठ द्वारा 72 मामलों में विपक्षी बीमा कम्पनियों से पीड़ित याचीगण को 2,263,0000/-रू धनराशि क्षतिपूर्ति के रूप में दिलायी गयी। जिला उपभोक्ता संरक्षण आयोग के अध्यक्ष  विनोद कुमार द्वारा 10 मुकदमो का निस्तारण करते हुये 1169910/- रू0 याचीगण को दिलवाये गये। इसी क्रम में स्थायी लोक अदालत (पी0यू0एस0) के अध्यक्ष  राजवर्धन जी गुप्ता द्वारा भी 02 मुकदमा में पक्षकारों के मध्य सुलह कराते हुये उन्हें विवाद से राहत प्रदान की गयी।
अपर जिला जज-प्रथम  शिवकुमार जी द्वितीय द्वारा 10, विशेष न्यायाधीश (एस0सी0/एस0टी0 एक्ट) प्रमोद कुमार गुप्ता जी द्वारा 04, विशेष न्यायाधीश (द0प्र0क्षे0) डॉ0 अवनीश कुमार द्वारा 01, विशेष न्यायाधीश (ई0सी0 एक्ट) श्रीमती पारुल पनवार द्वारा विशेष प्रयास करते हुये विद्युत अधिनियम के 187 मुकदमों का निस्तारण किया गया। विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट)  मोहम्मद कमर जी द्वारा 04 मामलों एवं अपर जिला जज /एफ0टी0सी0 महिलाओं के विरूद्ध अपराध  भारतेन्द्र सिंह द्वारा 07 का मामलों का निस्तारण किया गया ।
मुख्य न्यायिक  अभिषेक खरे द्वारा कुल 2702 आपराधिक वादों का निस्‍तारण किया गया। सिविल जज सी०डि० अर्पित सिंह द्वारा सिविल के 07 फौजदारी के 22 वादो में पक्षकारों के मध्य सुलह समझौता कराया गया।
सिविल जज सी0डि0/एफ0टी0सी0 श्रीमती अनुकृति सन्त द्वारा दीवानी का 01 व फौजदारी के 43 वाद, सिविल जज जू0डि0 उरई श्रीमती प्रियंका सरन द्वारा फौजदारी के 89 व
02
05 व्यवहारिक वाद एवं वाह्य न्यायालय कोंच के न्यायिक अधिकारी सुश्री उमैमा शहनवाज द्वारा 02 दीवानी प्रकृति एवं फौजदारी प्रकृति के 173, अपर सिविल जज (जू0डि0) कोंच मोहित निर्वाल द्वारा फौजदारी प्रकृति के 384, सिविल जज जू0डि0 जालौन जावेद खान द्वारा कुल 404 फौजदारी, अपर सिविल जज जू0डि0 जालौन श्रीमती वन्दना सिंह के द्वारा दीवानी के 01 एवं फौजदारी के 172 और कालपी दीवानी न्यायालय के न्यायिक अधिकारी सुश्री इशिता सिंह द्वारा दीवानी के 02 एवं फौजदारी के 620, न्यायालय सिविल जज (जू0डि0)/एफ0टी0सी0/सी0ए0डब्ल्यू0 सुश्री निकिता सिंह द्वारा 03, ग्राम न्यायालय माधौगढ़ के न्यायाधिकारी  विनय चाहर द्वारा 20 एवं विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय उरई राजा सिंह द्वारा फौजदारी के 12 मामलों का निस्तारण करते हुये विभिन्न न्यायालयों द्वारा 222735/-रू0 कोष में जमा कराये।
आज राष्ट्रीय लोक अदालत में जिले की विभिन्न बैंकों के बकाया ऋण के 734 मामलों में समझौता कराया गया।
इनके अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, अपर जिला मजिस्ट्रेट सहित सभी उप जिला मजिस्ट्रेट, नगर मजिस्ट्रेट और तहसीलदार न्यायालयों द्वारा राजस्व संहिता और फौजदारी के कुल 2889 मामलों सहित विभिन्न विभागों द्वारा प्री-लिटिगेशन प्रकृति के 173001 मामले निस्तारित किये गये। इस प्रकार जिला प्रशासन एवं न्यायालयों में लगभग एक लाख बियासी हजार मामलों को आज निस्तारित करते हुये राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया।

By Parvat Singh Badal (Bureau Chief) Jalaun✍️

A2Z NEWS UP Parvat singh badal (Bureau Chief) Jalaun ✍🏻

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *