
पर्वत सिंह बादल ( ब्यूरो चीफ जालौन)✍️
(उरईजालौन) उरई : जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कलेक्ट्रेट सभागार उरई में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक कर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। त्योहारों के मद्देनज़र मिलावटखोरों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
अभिहित अधिकारी डॉ. जतिन कुमार सिंह ने जानकारी दी कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में विभाग द्वारा कुल 198 खाद्य नमूने लिये गये, जिनमें से 25 नमूने मानक के अनुरूप नहीं पाए गये। इस आधार पर न्यायालय में 58 प्रकरण दायर किए गए, जिनमें से 43 मामलों में मिलावटी खाद्य पदार्थ विक्रय करने वाले कारोबारियों पर 31 लाख 5 हजार रुपये का जुर्माना अधिरोपित किया गया है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि बाजारों, प्रतिष्ठानों, होटल व रेस्टोरेंट्स का गहन व नियमित निरीक्षण किया जाए। बासी खाना या दूषित भोजन मिलने पर होटल मालिकों के साथ-साथ संबंधित निरीक्षक पर भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सब्जियों व फलों में मिलाए जाने वाले कृत्रिम रंगों की जांच पर विशेष जोर दिया। साथ ही खोया, दाल और बेसन जैसे त्योहारी खाद्य पदार्थों पर पैनी निगाह रखने के निर्देश। औषधि निरीक्षक को निर्देश दिए गए कि मेडिकल स्टोर्स पर कंप्यूटराइज्ड बिलिंग अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाए। नशीली दवाओं की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी और किसी भी दशा में एक्सपायरी दवाओं की बिक्री न हो पाए, इसके लिए नियमित निरीक्षण कर सख्त कार्यवाही की जाए। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि न्यायालयों में अधिरोपित अर्थदण्ड की वसूली समयबद्ध ढंग से कराई जाए और लंबित वादों की प्रभावी पैरवी कर उनका त्वरित निस्तारण कराया जाए।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) प्रेमचंद मौर्य, अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा, नगर मजिस्ट्रेट राजेश कुमार वर्मा, अभिहित अधिकारी डॉ. जतिन कुमार सिंह, औषधि निरीक्षक दिव्यानी दुबे, व्यापार मंडल के प्रतिनिधि और स्वयंसेवी संगठन मौजूद रहे।
