संवाद न्यूज एजेंसी
सिरसाकलार। जंगल में बकरी चराने गई वृद्धा नौ दिन पहले गायब हो गई थी। परिजनों की काफी खोजबीन के बाद जब महिला का कोई पता नहीं चला तो उसके पुत्र ने थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका था। बुधवार को महिला का शव गांव से दो किलोमीटर की दूरी पर झाड़ियों के पास पड़ा मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी पर सीओ ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया।
थाना क्षेत्र के खड़गुई निवासी वृद्धा रामसखी (75) प्रतिदिन की तरह 15 मई सोमवार को बकरियां चराने गांव के पास स्थित जंगल में गई थी। बकरियां चराने के दौरान जब उसे प्यास लगी तो साथी चरवाहों से बकरी संभालने की बातकर वह घर के लिए नहीं निकली थी। लेकिन वह घर नहीं पहुंची। शाम को बकरियां लेकर साथी चरवाहे घर पहुंचे तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की थी। काफी ढूढ़ने के बाद भी जब वृद्धा का कोई पता नहीं चला था तो उसके पुत्र राघवेंद्र ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने वृद्धा की तलाश शुरू कर दी थी। बुधवार की सुबह गांव से दो किलोमीटर दूर जंगल में महिला का शव क्षत विक्षित हालत में पड़ा मिला। शव से उठने वाली दुर्गंध से पास जाकर लोगों ने देखा तो साड़ी व चप्पलों से वृद्धा की पहचान हुई। पुत्र राघवेंद्र ने बताया कि उसके पिता रामबाबू की पहले ही मौत हो चुकी थी। वह उसके साथ ही रहती थी। वृद्धा की मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। सीओ रविंद्र कुमार गौतम का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने पर मौत की वजह पता चलेगी। अभी तक किसी ने कोई तहरीर नहीं दी है।
महज दो किलोमीटर की दूरी पर पड़ा रहा शव नहीं खोज पाई पुलिस
15 मई को बकरियां चराने गई वृद्धा संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी। जब वह शाम को घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी थी, लेकिन पता न चलने पर पुत्र ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू कर दी थी। लेकिन लोगों का कहना है कि पुलिस ने वृद्धा को खोजने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई और औपचारिता करते हुए उसको ठंडे बस्ते में डाल दिया। जिससे बाद परिजनों ने बुधवार को वृद्धा का शव जंगल से खोज निकाला। लोगों का कहना है अगर पुलिस सघनता से वृद्धा की तलाश करती तो उसको जिंदा भी बरामद कर सकती थी।