फोटो संख्या-58- उरई में तहसील में बनाए गए मतदान केंद्र से फर्जी मतदान के आरोप में युवक को ले जाती पुलिस। संवाद

संवाद न्यूज एजेंसी।

उरई। नगर निकाय चुनाव में फर्जी मतदान को लेकर कई जगह हंगामा हो गया। पुलिस ने समझा-बुझा कर शांत कराया। इस दौरान बूथों का निरीक्षण करने पहुंचीं डीएम व एसपी ने बिना पहचान पत्र व मोबाइल लेकर अंदर बैठे लोगो को हिदायत देकर बाहर निकाला।

सुबह करीब 11 बजे उरई तहसील में फर्जी वोटिंग को लेकर एजेंट ने हंगामा कर दिया। इस दौरान पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। युवक पाठक पुरा का निवासी है। वह दूसरे मोहल्ले के बूथ में मतदान करने पहुंचा था। इसी तरह विकास भवन में बूथ में एक महिला बिना आईडी के मतदान करने पहुंची। एजेंट ने उसे बाहर निकाल दिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद महिला को जाने दिया।

उधर, कालपी में भी फर्जी मतदान को लेकर झड़प हुई। नगरपालिका परिसर स्थित बूथ पर फर्जी मत को लेकर अध्यक्ष पद के उम्मीदवार बलबीर सिंह के पुत्र ब्रजेंद्र सिंह और निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थक वीरपाल में हाथापाई होने लगी। मौजूद पुलिस बल ने दोनों को हिरासत में ले लिया था। वहीं, राजघाट मतदान केंद्र पर भी फर्जी मतदान को लेकर सभासद पद के उम्मीदवार आमने-सामने आ गए। हालांकि पुलिस की सख्ती से मामला शांत हो गया।

मतदाताओं को रोकने पर हंगामा

जालौन। कन्या जूनियर हाईस्कूल, मोहल्ला मुरली मनोहर में अध्यक्ष पद की भाजपा प्रत्याशी नेहा पुनीत मित्तल दोपहर करीब ढाई बजे पति पुनीत मित्तल, सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा के साथ वोट डालने पहुंचीं। इस दौरान कर्मचारियों ने पहले से बाहर खड़े मतदाताओं को अंदर जाने से रोक दिया। इसकी जानकारी जब सपा प्रत्याशी सलमा इकबाल मंसूरी के पति इकबाल मंसूरी को लगी तो वह भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मतदाताओं को रोके जाने का विरोध किया। कुछ देर में कोतवाली पुलिस वहां पहुंच गई। बाद में सूचना मिलने पर एसडीएम सुरेश कुमार और सीओ रविंद्र गौतम मौके पर पहुंचे। उनके समझाने के बाद मामला शांत हुआ।



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