उरई। डीएम राजेश कुमार पांडेय ने गुरुवार की सुबह सवा नौ बजे जिला अस्पताल महिला का औचक निरीक्षण किया। एएनएम शकुंतला गैरहाजिर मिलीं। थोड़ी देर बाद आईं और बचाव में झूठ बोला। इस पर डीएम ने उन्हें निलंबित करने के निर्देश दिए। कहा कि सभी डॉक्टर नियमित अपने कक्ष में बैठकर मरीजों का उपचार करें।
अमर उजाला ने 12 अक्तूबर के अंक में महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड सेवा ठप होने और महिला दलालों की सक्रियता पर खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद डीएम ने महिला अस्पताल का निरीक्षण किया। सबसे पहले पर्ची काउंटर पर पहुंचे और लाइन में लगे मरीजों से बात की। काउंटर पर सिक्योरिटी गार्ड अब्दुल के पर्ची काटने पर नाराजगी जताई। सीएमएस से कहा कि पर्ची काउंटर पर संबंधित कर्मचारी की ही तैनाती की जाए।
इंजेक्शन कक्ष में फार्मासिस्ट अरशद की नाम पट्टिका न होने पर तत्काल नाम पट्टिका लगाने के निर्देश दिए। आयुष्मान कक्ष, टीकाकरण कक्ष, इंजेक्शन कक्ष, पैथालाॅजी, चीफ फार्मासिस्ट कक्ष, एसएनसीयू आदि वार्डोंं का निरीक्षण कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। वार्डों में बेडशीट गंदगी देख सीएमएस और मेट्रन को फटकार लगाई। कहा कि प्रतिदिन सुबह नियमित रूप से बेडशीट बदली जाए।
तीमारदार मोहनलाल ने शिकायत की कि दो दिन से उनके मरीज का अल्ट्रासाउंड नहीं हो पा रहा है। इस पर डीएम ने मरीज का तुरंत अल्ट्रासाउंड कराया। सीएमएस से कहा कि परिसर में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करें। डॉक्टरों को निर्देश दिए कि मुख्यालय के बाहर बिना अनुमति न जाएं। उनके साथ नगर मजिस्ट्रेट अरुण कुमार मिश्रा, सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा, सीएमएस सुनीता बनौधा, सूचना अधिकारी पंकज तिवारी मौजूद रहे।