कदौरा। नगर की सड़कें अब बारिश से नहीं बहेंगी। इतना ही नहीं कम लागत से ज्यादा टिकाऊ भी बनेंगी। कारण सड़कें बनाने में अब प्लास्टिक का भी इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक नगर से निकलने वाले कचरे से इकट्ठा की जाएगी। इसके लिए नगर पंचायत ने कार्ययोजना बनाई है। पालिका ने मंजूरी के लिए शासन को पत्र भेजा है। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो जल्द काम भी शुरू हो जाएगा।
नगर में रोजाना तकरीबन तीन टन कचरा निकलता है। इस कचरे में प्लास्टिक भी होती है, जो कचरे में बेकार पड़ी रहती। इससे पर्यावरण को नुकसान भी होता है। अब कचरे से अब प्लास्टिक की छंटाई कराई जाएगी। इससे जहां लोगों को रोजगार मिलेगा, वहीं प्लास्टिक का उपयोग सड़क बनाने किया जाएगा। यदि मंजूरी मिली तो कदौरा नगर पंचायत जिले में पहली पंचायत होगी, जहां प्लास्टिक से सड़क बनाई जाएगी।
नगर की आबादी करीब 25 हजार है। नगर में 100 से ज्यादा छोटी बड़ी सड़कें हैं। इनमें से ज्यादातर गड्ढों में तब्दील है। नगर पंचायत इन सड़कों को बनाने में प्लास्टिक का इस्तेमाल करने की कार्ययोजना बना रही है। इससे जहां कम लागत में सड़क अधिक मजबूत और टिकाऊ होगी, वहीं नगर में निकलने वाली प्लास्टिक भी खत्म जा सकेगी। इससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा।
कबाड़ बेचने वालों से नगर पंचायत सीधे प्लास्टिक खरीदेगी। इससे उनको भी फायदा होगा। इस प्लास्टिक का उपयोग सड़क बनाने के लिए किया जाएगा। नगर से रोजाना तकरीबन तीन टन कचरा निकलता है। एमआरएफ सेंटर चालू न होने की वजह से अधिकांश कचरे को बेरी रोड काशीराम कॉलोनी के पास बने गड्ढे में डाला जा रहा है। इस कचरे में शामिल प्लास्टिक का कोई उपयोग नहीं होता है।
बारिश से जलभराव की वजह से सड़कें टूट जाती हैं। सड़कें बारिश से न टूटें और अधिक मजबूत बनें, इसके लिए नगर पंचायत ने सड़क बनाने की सामग्री में प्लास्टिक का इस्तेमाल करने की कार्ययोजना बनाई है। नगर से निकलने वाले कचरे से जो भी प्लास्टिक निकलेगी उसको नगर पंचायत खरीदकर सड़क बनाने वाले ठेकेदारों को मुहैया कराएगी। प्लास्टिक मिश्रित सड़कों पर पानी का प्रभाव नहीं पड़ता है। इसकी लागत भी कम आती है और मजबूती भी अधिक होती है।-वेद प्रकाश यादव, ईओ।