माधौगढ़। रामजानकी मंदिर धमना की सात दिवसीय रामकथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा से हुआ। बुधवार को गाजे-बाजे के साथ निकली यात्रा में लगाए श्रद्धालुओं के जयकारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया।
कलश यात्रा गांव के विभिन्न मंदिरों पर भ्रमण करते हुए पुन: मदिर परिसर पहुंची। शास्त्री सुबोध मिश्रा चितौरा ने पूजन अर्चन कराया। रामकथा व्यास जयश्री सुल्तानपुरा ने कहा कि मनुष्य के जीवन में समय का बड़ा महत्व है। इसलिए तय कीजिए कि एक-एक क्षण का सदुपयोग करेंगे।
उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन भर धन की खोज में लगा रहता है और भगवान को भूल जाता है। वह सदैव दरिद्र रहता है और उसे जीवन का सच्चा आनंद प्राप्त नहीं हो पाता है। उन्होंने कहा कि यदि मनुष्य सच्चे मन से भगवान से प्रेम करें तो उसके जीवन की समस्याओं का अंत भगवान स्वयं करते हैं। इस दौरान परीक्षित राघवेंद्र सिंह, नीलम देवी, नारायण भदौरिया, कृष्णपाल सिंह, संजू सिंह, रामू सिंह, महेंद्र पाल सिंह, वीरसिंह, रामलला सिंह भी मौजूद रहे।