जालौन। कृषि विज्ञान केंद्र रूरा मल्लू में खरीफ उपभोक्ता गोष्ठी एवं मिनी किट वितरण कार्यक्रम का आयोजन एसडीओ अभिषेक चंद्रा व कृषि विज्ञान केंद्र अधीक्षक डॉ. मंजुल पांडेय के आतिथ्य में किया। कार्यक्रम में गांवों से आए 115 किसानों को खरीफ फसल की वैज्ञानिक बुआई प्रक्रिया को समझाया गया एवं उड़द, मूंग व रागी के बीज किट वितरित की गई।
कृषि विभाग के एसडीओ अभिषेक चंद्रा ने कहा कि कम जमीन पर अधिक उपज के लिए वैज्ञानिक विधि से खेती करना कारगर सिद्ध हो सकता है। किसानों को वैज्ञानिकों की ओर से तैयार की गई नई-नई तकनीक का प्रयोग कर खेती करना चाहिए। इससे ज्यादा पैदावार संभव हो सकता है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। कहा कि खरीफ फसलों में संतुलित खाद की मात्रा का प्रयोग करें तो निश्चित रूप से फसल स्वस्थ होगी।
कृषि विज्ञान केंद्र अधीक्षक कृषि वैज्ञानिक डॉ. मंजुल पांडेय ने किसानों को सलाह दी कि वह फसल की बुआई से पूर्व मिट्टी का परीक्षण अवश्य करा ले। मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों की जानकारी कर लें और जिस पोषक तत्व की कमी हो उसकी भरपाई कर ही फसल की बुआई करें। इससे फसल की अच्छी पैदावार होगी। गोष्ठी में कृषि रक्षा इकाई केंद्र प्रभारी रविकांत सेन ने कहा विभाग ने किसानों को निशुल्क बीज उपलब्ध कराने के लिए मिनी किट उपलब्ध कराई गई है। गोदाम में उड़द, मूंग व रागी मोटा अनाज की किट उपलब्ध कराई गई है। जिसमें 60 उड़द, 40 मूंग व 15 रागी मोटा अनाज की किटों का वितरण किया गया है। इस मौके पर प्रगतिशील किसान लक्ष्मीनारायण चतुर्वेदी, सूर्य नायक, गिरेंद्र कुशवाहा, व्रम्हप्रकाश, बृजलाल, जितेंद्र सिंह चौहान, राघवेंद्र नगायच आदि किसान मौजूद रहे।