उरई। पालिका के कबाड़ घर में लाखों के सही उपकरण कबाड़ हो रहे हैं। इस और पालिका के जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
जिसके चलते लाखों रुपये का चूना बजट के नाम पर लगाया जा रहा है। जबकि इनकी खरीद के लिए जल्दबाजी की गई थी। जिसके चलते मशीन और कूड़ेदानों का मेल नहीं खा रहा है।
लाखों की लागत से खरीद की गई, मशीन भी कबाड़ में तब्दील हो चुकी है। पालिकाध्यक्ष ने पदभार संभालने के बाद भी पुराने कार्य, उपकरण खरीद पर कोई ध्यान नहीं दिया। जिससे मनमर्जी तरीके से काम हो रहे हैं। 15वां वित्त में एक साल पहले बजट पास करके 20 बड़े कूड़ेदान की खरीद की गई थी। एक की कीमत करीब 28 हजार के आसपास थी।
शहर के प्रमुख चौराहों और उन स्थानों पर रखा जाना था। जहां पर कूड़ा सड़क किनारे एकत्रित रहता है। उन्हीं स्थानों पर कूड़ेदानों को रखा जाना था लेकिन रखा नहीं गया। इन कूड़ेदानों से कूड़ा निकालने के लिए अलग से मशीन भी पालिका के पास है। मशीन से कूड़ा उठाकर सीधे गाड़ी में डाला जाता है। कूड़ेदान और मशीन को पालिका ने कबाड़ घर में रखवा दिया है।
पालिकाध्यक्ष गिरिजा चौधरी ने बताया कि कूड़ेदान की खरीद जल्दबाजी में पूर्व पालिकाध्यक्ष ने की थी। जिससे मशीन और कूड़ेदान के जो लॉक लगे हैं, दोनों अलग साइज के हैं। जिसके चलते इन्हें मशीन से उठाया नहीं जा सकता है। कोई अस्थाई व्यवस्था करवाकर कूड़ेदानों को रखवाया जाएगा।