कालपी। तहसील कालपी का डीएम ने औचक निरीक्षण कर संबंधित कर्मचारियों को अपने काम को सही तरीके से करने के दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एसडीएम न्यायिक एवं कानूनगो के गैरहाजिर मिलने पर स्पष्टीकरण के आदेश दिए।
डीएम राजेश कुमार पांडेय ने तहसील के समस्त पटलों का बारीकी से निरीक्षण कर फाइलों का रखरखाव देखा। तहसील में आने वाले फरियादियों की समस्याओं को सूचीबद्ध किया जाए और उनका निस्तारण भी समय सीमा के अंदर किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
उन्होंने निर्देशित किया कि तहसील में खतौनी प्राप्ति के लिए आए किसानों को निर्धारित शुल्क लेकर खतौनी उपलब्ध कराया जाए। खतौनी नकल लेने वालों को खतौनी देने में विलंब नही होना चाहिए। यह भी ध्यान रखे कि बेवजह किसी को भी परेशान न किया जाए। नजारत में गंदगी मिलने पर डीएम ने फटकार लगाकर साफ-सफाई करने के निर्देश दिए।
जनता से भी पूछी समस्याएं तो जिम्मेदारों को छूटा पसीना
कालपी। निरीक्षण के बाद तहसील परिसर में आए फरियादियों से डीएम ने बात की और तहसील आने का कारण जाना। जिसमें कालपी नगर निवासी कन्हैया मिश्र ने कहा कि वर्ष 2021 से प्रधानमंत्री आवास की फाइल तहसील में लंबित है। जिसके चलते लगभग 1100 लोगों को आवास नहीं मिल पा रहा है। मंगरौल गांव के राजनरायण पाल ने कहा कि लेखपाल जाति प्रमाणपत्र में रिपोर्ट नहीं लग रहा है। शैलेंद्र सिंह सतरहजू ने भी धारा 80 की फाइल अर्से से लटके रहने का आरोप लगाया। डीएम ने फरियाद सुनकर अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की और शीघ्र मामले निस्तारित करने को कहा। (संवाद)