उरई। सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा ने पीएचसी आटा का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डॉक्टर अशोक कुमार, फार्मासिस्ट कृष्णपाल अनुपस्थित थे। दोनों का एक दिन का वेतन रोककर उनका स्पष्टीकरण मांगा गया। स्टाफ नर्स से लेबर रूम की साफ-सफाई तथा आवश्यक व्यवस्थाएं करते हुए प्रसव एक सप्ताह के अंदर प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए।
इसके बाद सुबह 11:25 बजे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर छौंक का निरीक्षण किया। सीएचओ दीक्षा प्रजापति गैरहाजिर मिलीं। सीएचओ कक्ष में भी ताला लटकता मिला। सीएचओ का एक दिन का मानदेय काटते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। एएनएम रचना टीकाकरण करती मिली तथा ड्यूटी लिस्ट सहित समस्त उपलब्ध था तथा लाभार्थी भी मौजूद थे।
दोपहर सवा 12 बजे सीएचसी कदौरा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार ओपीडी कक्ष में रोगी देख रहे थे। निरीक्षण के समय तक 15 रोगी देखे गए। डॉ. प्रतिज्ञा प्रनामी, डॉ. रूपेश कुमार अपने-अपने कक्ष में मरीज देख रहे थे। इमरजेंसी कक्ष में दो रोगी भर्ती थे, लेबर रूम मे एक महिला का प्रसव स्टाफ नर्स उमा तथा संजू राठौर द्वारा कराया जा रहा है। बीपीएम उपस्थित तो थे, लेकिन उनके उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर नहीं थे।
इस पर उनका दो दिन का वेतन रोक दिया गया। सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं मिलने पर सीएमओ ने नाराजगी व्यक्त की। नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रवि शिवहरे से वार्ता कर सफाई व्यवस्था में सहयोग के लिए अनुरोध किया। एनक्यूएएस की तैयारियों की समीक्षा की और 13 अक्तूबर को क्वालिटी कंट्रोल नोडल के साथ करने के निर्देश दिए गए।