मुहम्मदाबाद। खेतों में अन्ना मवेशी व गोशालाओं में अव्यवस्थाओं की खबर अमर उजाला ने प्रमुखता से प्रकाशित की। तहसील प्रशासन ने इसे प्रमुखता से लिया। बीडीओ को व्यवस्था दुरुस्त कराने के निर्देश दिए।

बीडीओ बृजकिशोर कुशवाहा ने मंगलवार को मुहम्मदाबाद गांव पहुंचकर किसानों की समस्याएं सुनीं। खेतों में जाकर उन्होंने मवेशियों के खुरों के निशान एवं चरी गई चना और मटर की फसल भी देखी। प्रधान से भी अन्ना पशुओं को गोशाला में रखने में सहयोग की अपील की है। सचिव रोहित ने बताया कि गांव में अन्ना पशुओं की पंजीकृत संस्था 130 है। जिनके लिए गोशाला में भूसे का प्रबंध है। अब एक पशु का बजट 30 से बढ़कर 50 रुपये प्रति पशु हो गया है। बीडीओ ने किसानों से कहा है कि जहां भी अन्ना पशु दिखाई दें, उन्हें तुरंत गोशाला पहुंचाया जाए। स्पष्ट किया कि पशुओं को गोशाला में पहुंचाने के बाद अगर इन्हें फिर से भगाया जाता है, तो किसान वीडियो बनाकर उनसे शिकायत करें। जिससे संबंधित के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

खेतों की रखवाली करने के लिए मजबूर किसान

मुहम्मदाबाद। खेतों में तैयार खड़ी फसलों को बचाने के लिए किसान दिनरात रखवाली करने को मजबूर हैं।

डकोर क्षेत्र के किसान मुन्ना, बृजभान का कहना है कि मटर और चने की फसलें बचाने के लिए रात में भी रखवाली करनी पड़ रही है। आग जलाकर खुद का सर्दी से बचाव के साथ खेतों की फसलों को भी जानवरों से बचाना पड़ रहा है। किसानों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र ही अन्ना पशुओं की समस्या का समाधान किया जाना चाहिए। (संवाद)



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