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घटनास्थल से पुलिस को मिले अहम सुराग, पुलिस ने कई को उठाया

सिपाही भेदजीत सिंह की हत्या के आरोपियों की गर्दन तक पहुंचे पुलिस के हाथ

दिन भर लगीं रहीं पुलिस की टीमें. सीसीटीवी खंगाले, कई लोगों से की पूछताछ

संवाद न्यूज एजेंसी

उरई। सिपाही की हत्या के मामले में पुलिस को घटनास्थल से कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस की कई टीमों ने अलग-अलग जगह पर सुराग तलाशे। पुलिस की टीमों ने घटनास्थल का फिर से जायजा लिया, वहां से पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं। पुलिस को एक चप्पल, गमछा और एक बोरी भी मौके से मिली है। माना जा रहा है कि सिपाही से हुई भिड़ंत की वजह से आरोपियों से यह सामान हड़बड़ी में मौके पर ही छूट गया है। पुलिस ने बोरी के आधार पर शहर के कई कबाड़ियों को भी उठाया है। माना जा रहा है कि पुलिस सिपाही के हत्यारों तक पहुंच गई है और एक-दो दिन में मामले का खुलासा कर सकती है।

शहर कोतवाली के तहत आने वाली हाइवे पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही भेदजीत सिंह की मंगलवार रात को बाइक सवार बदमाशों ने किसी धारदार हथियार से सिर पर वार करके हत्या कर दी थी। सिपाही की हत्या की खबर चौकीदार ने पुलिस को दी थी। सिपाही की हत्या और बदमाशों के दुस्साहस से पूरा पुलिस महकमा हिल गया था। हत्या की खबर मिलते ही झांसी से डीआईजी जोगेंद्र सिंह, कानपुर एडीजी जोन आलोक सिंह भी मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस ने सिपाही के हत्यारों तक पहुंचने के लिए अपने सभी संसाधनों को झोंक दिया था। इसमें एसटीएफ, खोजी कुत्ते, सर्विलांस टीम हत्यारों तक पहुंचने के लिए दिन भर मशक्कत करते रहे। पुलिस की टीमों ने सीसीटीवी कैमरे, घटनास्थल के आसपास सक्रिय मोबाइल नंबरों की खोजबीन भी की। घटना के बाद से ही जिले में एसटीएफ ने डेरा डाला हुआ था। हालांकि शाम होते-होते एडीजी आलोक सिंह और डीआईजी जालौन से रवाना हो गए थे। पुलिस के कई अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को इस मामले में अहम सुराग मिल गए हैं और जल्द ही इस मामले का खुलासा हो सकता है।

मौके से मिली बोरी, कई कबाड़ी उठाए

सिपाही के हत्या के दूसरे दिन भी पुलिस की टीमों ने घटनास्थल की पड़ताल की और वहां पर सुराग तलाशे। इस दौरान पुलिस को कई अहम सुराग मिले। पुलिस को वहां से चप्पल, गमछा और एक बोरी भी मिली है। पुलिस ने इस बोरी के आधार पर शहर के कई कबाड़ियों को उठाया और उनसे पूछताछ की। बताया जा रहा है कि इन कबाड़ियों के आधार पर पुलिस को बड़ी लीड मिली है। पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को भी पूरी तरह से सक्रिय किया हुआ है। पुलिस अधिकारी जिस तरह से इत्मीनान से जल्द खुलासा करने की बात कर रहे हैं, उससे लग रहा है कि पुलिस के हाथ आरोपियों की गर्दन तक पहुंच गए हैं।

हत्या में कहीं पहचान वालों का हाथ तो नहीं भेदजीत सिंह की जिस तरीके से हत्या की गई है। परिस्थितियां इस ओर भी इशारा कर रहीं हैं कि हत्या करने वाले सिपाही के परिचित भी हो सकते हैं। भेदजीत सिंह की ड्यूटी हाइवे चौकी पर है। वह उस क्षेत्र में काफी सक्रिय रहता था। उसकी वहां पर काफी लोगों से जान-पहचान भी थी। बताया जा रहा है कि बाइक सवार बदमाश हाइवे पर गलत साइड से आ रहे थे और उन्होंने टार्च लगाने पर भेदजीत सिंह पर फायर कर दिया था। सिपाही की बदमाशों से भिड़ंत भी हुई थी, इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हत्या करने वाले बदमाश उसके परिचित भी हो सकते हैं। बदमाशों का हाइवे पर गलत साइड से बाइक से आने का क्या उद्देश्य हो सकता है, पुलिस इस बिंदु पर भी जानकारी जुटाने में लगी हुई हुई है।



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