कोंच। इन दिनों कंजक्टिवाइटिस आई फ्लू संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है, जिससे हर घर और हर उम्र के लोग प्रभावित हैं। यह संक्रमण सबसे अधिक बच्चों में फैल रहा है।
सीएचसी में सप्ताह के मात्र दो दिन ही नेत्र सहायक के बैठने से संक्रमण पीड़ित लोगों को सीएचसी में फिजीशियन चिकित्सक से दवा लेनी पड़ रही है। जबकि निजी नर्सिंग होम में संक्रमण से पीड़ितों की लाइन लगी है। संक्रमण की चपेट में आने से आंखें लाल होकर सूज जाती हैं और लगातार आंखों से पानी व कीचड़ आता रहता है। करीब दस दिन से यह संक्रमण चल रहा है और इस समय पूरे जोर पर है। बच्चों से लेकर बड़े-बूढे और महिलाएं सभी इस संक्रमण से ग्रसित हो रहे हैं।
आई फ्लू से ग्रसित बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। जिसके चलते उनकी पढाई भी प्रभावित हो रही है, जो बच्चे स्कूल जा भी रहे हैं वह एहतियातन काला चश्मा लगाकर ही स्कूल जा रहे हैं। स्कूली बच्ची कशिश, यशवर्धन, शुभ निरंजन, अक्षत, श्रीजी आदि ने बताया कि संक्रमण से उनकी पढाई प्रभावित हो रही है। स्कूल में सभी बच्चों को काला चश्मा लगाने के लिए कहा गया है ताकि अन्य बच्चों में संक्रमण न फैल सके।
नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण से ग्रसित करीब एक सैकड़ो लोग हर रोज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच, नदीगांव व पीएचसी पिंडारी पहुंच रहे हैं। कोंच सीएचसी में स्थायी रूप से नेत्र चिकित्सक उपलब्ध न होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय से सीएचसी आने वाले नेत्र सहायक डॉ. सुनील कुमार सक्सेना की ड्यूटी सप्ताह में मात्र दो दिन सोमवार और शुक्रवार के लिए ही लगाई गई है और शेष दिनों में फिजीशियन डॉ. राजीव शर्मा ही नेत्र रोगियों को देख रहे हैं।
नर्सिंग होमों में लगी संक्रमण से ग्रसित लोगों की भीड़
कोंच। आई फ्लू संक्रमण से ग्रस्त अधिकांश बड़े-बूढे और बच्चे निजी अस्पतालों में भी पहुंच रहे हैं। चिकित्सक डॉ. उपेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित मरीज अपने हाथों को बार-बार सैनिटाइज करते रहें या साबुन से जरूर धोएं। काले चश्मे का प्रयोग करें, अपने आपको घर में अन्य लोगों से दूर रखें, अगर आपकी आंख ज्यादा लाल है या सूजन है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। स्कूल जाते हुए बच्चे को अगर आंख में इंफेक्शन है तो स्कूल से बच्चों को छुट्टी जरूर दिलाएं। इसे पूरी तरह से ठीक होने में 7 से 10 दिन का समय लगता है।