जालौन। गुरुवार सुबह सीएचसी पहुंची तीन माह की गर्भवती के परिजनों ने महिला चिकित्सक के अस्पताल परिसर स्थित आवास का गेट खुलने में देरी होने पर दरवाजे पर लातें मारीं और पथराव भी किया। घटना की सूचना पर सीएमओ, एसडीएम व सीओ मौके पर पहुंचे। महिला चिकित्साधिकारी ने कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस ने एक नामजद समेत तीन आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जालौन सीएचसी की महिला चिकित्सक डॉ. गरिमा सिंह की तैनाती है। गुरुवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सुढ़ार निवासी अजीत सिंह अपनी तीन माह की गर्भवती पत्नी अंकिता को लेकर अस्पताल परिसर में पहुंचे। उस समय महिला चिकित्सक अपने आवास पर थीं। सुबह लगभग पौने छह बजे महिला के परिजन अस्पताल परिसर में ही मौजूद महिला चिकित्सक के आवास पर पहुंच गए। पहले उन्होंने दरवाजा खुलवाने के लिए खटखटाया।

चिकित्सक के अनुसार, जब गर्भवती के परिजनों ने दरवाजे को खटखटाया तब वह बाथरूम में थी। इसलिए वह तुरंत दरवाजा नहीं खोल सकी। उधर, दरवाजा खुलने में देरी होती देख परिजनों ने गालीगलौज करते हुए दरवाजे पर लातें मारना शुरू कर दीं और आवास पर पथराव भी किया, इससे खिड़की के शीशे टूट गए। महिला चिकित्सक ने इसकी सूचना चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केडी गुप्ता को मोंबाइल पर दी। चिकित्सा अधीक्षक ने कोतवाली फोन किया। फोन न उठने पर उन्होंने वार्ड बॉय को कोतवाली भेजा। लगभग आधा घंटे बाद पुलिस पहुंची तो हंगामा कर रहे लोग भाग गए। लगभग एक घंटे बाद परिजन महिला को लेकर फिर सीएचसी पहुंचे। जहां उन्होंने महिला को अस्पताल में भर्ती कराया।

उधर, घटना के बाद अस्पताल में तैनात डॉक्टरों ने ओपीडी बंद कर दी। सूचना मिलने पर एसडीएम सुरेश कुमार, सीओ रविंद्र गौतम एवं सीएमओ एनडी शर्मा भी अस्पताल पहुंच गए और घटना को लेकर जानकारी ली। सीएमओ व एसडीएम के निर्देश पर सीओ ने डॉक्टरों ने अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस कर्मियों की तैनाती का आश्वासन दिया। जिसके बाद अस्पताल में डॉक्टरों ने मरीजों को देखना शुरू किया।

वहीं, महिला चिकित्सक डॉ. गरिमा सिंह ने चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केडी गुप्ता के माध्यम से कोतवाली में तहरीर दी। सीओ ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपी अजीत सिंह व दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करेगी।

पुलिसकर्मी करेंगे गश्त

जालौन। सीओ रविंद्र गौतम ने चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केडी गुप्ता को आश्वासन दिया कि अस्पताल में सुरक्षा के लिए दिन में पुलिस कर्मी समय समय पर गश्त करते रहेंगे। इसके अलावा रात्रि के समय अस्पताल में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी। ताकि कोई अराजकतत्व डॉक्टरों को परेशान न करे। घटना के बाद जब सत्ता पक्ष के नेताओं ने सुना कि महिला चिकित्सक द्वारा आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है। तो सत्ता पक्ष के नेता अस्पताल परिसर में पहुंच गए और उन्होंने दोनों पक्षों में समझौता कराने का प्रयास किया पर सहमति न बनने से समझौता नहीं हो सका।(संवाद)

घटना के बाद ओपीडी रही बंद

जालौन। सुबह आठ बजे से अस्पताल में ओपीडी खुलने का समय है। लेकिन महिला चिकित्सक के आवास पर हुए पथराव के बाद चिकित्सक ओपीडी में नहीं बैठे। लगभग दस बजे सुरक्षा के आश्वासन के बाद डॉक्टरों ने कार्य शुरू किया। इस दौरान तकरीबन दो घंटे तक ओपीडी संचालित न होने से अस्पताल में मरीजों की भीड़ जुट गई। जिससे मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। डॉ. गरिमा सिंह के आवास पर हुए पथराव की सूचना पर सीएमओ एनडी शर्मा भी अस्पताल परिसर में पहुंचे और घटना के संदर्भ में महिला चिकित्सक से जानकारी ली। उन्होंने महिला चिकित्सक को भरोसा दिलाया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी।



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